एसबीआई करेगा सबसे बड़ा सौदा, 25,000 करोड़ रुपये के बेचेगा इक्विटी शेयर
मुंबई- देश का सबसे बड़ा बैंक भारतीय स्टेट बैंक यानी एसबीआई अगले सप्ताह संस्थागत निवेशकों को 25,000 करोड़ रुपये के शेयर बेचने की तैयारी कर रहा है। यह सफल होता है तो देश का सबसे बड़ा शेयर बिक्री का रिकॉर्ड होगा। बैंक के बोर्ड ने मई में इस बिक्री को मंजूरी दी थी। इसके लिए 6 मर्चेंट बैंकर चुने गए हैं।
योग्य संस्थागत प्लेसमेंट (क्यूआईपी) पूरी तरह से सब्सक्राइब हो जाता है तो यह भारत में अब तक का सबसे बड़ा क्यूआईपी होगा। इससे पहले 2015 में कोल इंडिया 225.6 अरब रुपये का क्यूआईपी लाई थी। यह बिक्री एसबीआई की ऋण वृद्धि को बढ़ावा देने, खाताबही को मज़बूत करने और नियामक की जरूरतों को पूरा करने की योजनाओं का हिस्सा है। 2017 के बाद यह पहली बार है जब बैंक इक्विटी बाजार में शेयर बेच रहा है।
आईडीबीआई बैंक की रणनीतिक बिक्री अक्तूबर तक पूरी हो सकती है। सरकार ने शेयर खरीद समझौते पर चर्चा की है, जो वित्तीय बोली लगाने वाले बोलीदाताओं को दिया जाएगा। आईडीबीआई बैंक के निजीकरण की प्रक्रिया तीन वर्षों से चल रही है। अक्तूबर 2022 में सरकार ने एलआईसी के साथ मिलकर 60.72 प्रतिशत हिस्सा बेचने के लिए निविदा आमंत्रित की थी। बैंक में सरकार का 30.48 प्रतिशत और एलआईसी का 30.24 प्रतिशत हिस्सा है।
सरकार जीवन बीमा निगम (एलआईसी) में हिस्सा बेचने पर काम कर रही है। सरकार के पास एलआईसी में 96.5 प्रतिशत हिस्सा है। उसने मई,2022 में आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिये 21,000 करोड़ रुपये में 3.5 प्रतिशत हिस्सा बेचा था। सरकार को 16 मई, 2027 तक अनिवार्य 10 प्रतिशत सार्वजनिक शेयरधारिता को पूरा करने के लिए एलआईसी में 6.5 प्रतिशत और हिस्सा बेचना होगा।