देश की जीडीपी में दूसरी तिमाही में 10 पर्सेंट की गिरावट की आशंका
मुंबई– चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के आंकड़े आज जारी किए जाएंगे। इसके बारे में अनुमान है कि इसमें 8-11% की गिरावट आ सकती है। पहली तिमाही में 23.9% की गिरावट आई थी। अगर ऐसा होता है तो चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही की तुलना में इसमें करीबन 40% का सुधार हो सकता है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का अनुमान है कि GDP में 8.6% की गिरावट रहेगी। मूडीज ने 10.6, केयर रेटिंग ने 9.9, क्रिसिल ने 12, इक्रा ने 9.5% और एसबीआई रिसर्च ने 10.7% की गिरावट का अनुमान जताया है। वैसे जुलाई सितंबर के दौरान विश्व की ज्यादातर देशों की अर्थव्यवस्था में गिरावट ही रही है।
हालांकि पहली तिमाही के पहले दो महीनों अप्रैल और मई में देश में पूरी तरह से लॉकडाउन था। मई के अंत में जाकर गतिविधियां और आवागमन शुरू हुआ था। जबकि दूसरी तिमाही में पूरी अर्थव्यवस्था खुल गई है। ऐसे में GDP में कम गिरावट रह सकती है। रेटिंग एजेंसियों का अनुमान है कि दूसरी तिमाही में GDP 10 से 11% के बीच गिर सकती है।
दूसरी तिमाही में इसलिए भी सुधार की उम्मीद है क्योंकि एक तो अनलॉक की वजह से आवाजाही शुरू हुई, दूसरे हर सेक्टर खुले हैं और तीसरा दूसरी तिमाही की कंपनियों की अर्निंग अच्छी रही है। डीजल, बिजली, जीएसटी जैसे तमाम जो खपत और कलेक्शन के मोर्चे रहे हैं उनमें सुधार बहुत अच्छा रहा है।
जिन सेक्टर्स में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है उनमें कृषि, बैंकिग एवं फाइनेंस और सेवा सेक्टर हैं। जबकि मैन्युफैक्चरिंग और कंस्ट्रक्शन में गिरावट आ सकती है। गुरुवार को ही सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) ने कहा कि दूसरी तिमाही में लिस्टेड कंपनियों का मुनाफा 1.50 लाख करोड़ रुपए हो गया है। यह अब तक किसी एक तिमाही में सबसे ज्यादा फायदा है। इससे पहले 2014 की चौथी तिमाही में 1.18 लाख करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था।
अक्टूबर में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) 1.05 लाख करोड़ रुपए रहा है जो एक साल पहले की तुलना में ज्यादा रहा है। साथ ही देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई की रिपोर्ट का अनुमान है कि नवंबर में जीएसटी 1.08 लाख करोड़ रुपए रहेगा। हालांकि चीन और अमेरिका जैसे देशों की अर्थव्यवस्था में अच्छी बढ़त भी देखी गई है। चीन की अर्थव्यवस्था 4 पर्सेंट तो अमेरिका की 33 पर्सेंट बढ़ा है।