रिकॉर्ड स्तर से 9,897 अंक टूटकर 76,000 के नीचे सेंसेक्स, 77 लाख करोड़ डूबे
मुंबई- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले से छिड़े व्यापारिक युद्ध की चपेट में पूरी दुनिया के बाजार हैं। इसका सीधा असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई सेंसेक्स रिकॉर्ड स्तर से 9,897 अंक टूटकर अब 76,000 के नीचे आ गया है। साथ ही, सूचीबद्ध कंपनियों की पूंजी 77 लाख करोड़ रुपये घटकर मई, 2024 के 400 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर आ गई है।
आंकड़े बताते हैं कि 26 सितंबर, 2024 को सेंसेक्स रिकॉर्ड 85,836 पर बंद हुआ था। शुक्रवार को यह गिरकर 75,939 पर पहुंच गया। इसी तरह से नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 26,004 अंक से 3,075 अंक गिरकर 22,929 पर आ गया है। इस भारी गिरावट से बीएसई पर कंपनियों की पूंजी 477.16 लाख करोड़ रुपये से घटकर अब 400.19 लाख करोड़ रुपये रह गई है।
बाजार की भारी गिरावट में विदेशी संस्थागत निवेशकों का भी हाथ है। इन निवेशकों ने इस साल अब तक 99,299 करोड़ रुपये निकाले हैं। इसमें से 21,272 करोड़ रुपये फरवरी में अब तक और 78,027 करोड़ रुपये जनवरी में निकाले थे। अब तक किसी भी साल के पहले छह हफ्तों में यह सबसे ज्यादा बिकवाली है। इस साल में निवेशकों की पूंजी 50 लाख करोड़ रुपये घट गई है। दो जनवरी को बाजार पूंजी 450 लाख करोड़ रुपये थी जो अब 400 लाख करोड़ रुपये रह गई है।
घरेलू शेयर बाजार में शुक्रवार को लगातार आठवें कारोबारी सत्र में गिरावट रही। पिछले दो वर्षों में यह पहली बार है जब बाजार इतने लंबे समय तक लगातार गिरा है। इस दौरान बाजार पूंजी 28 लाख करोड़ रुपये घटी है। निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स आधिकारिक तौर पर शुक्रवार को मंदी के चरण में प्रवेश कर गया। यह सूचकांक 19,716 के अपने शिखर से लगभग 22 प्रतिशत फिसल कर 15,373 के स्तर पर आ गया। किसी भी सूचकांक में 20 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के बाद उसे मंदी के चरण में मान लिया जाता है। मिडकैप अपने शीर्ष स्तर से 19.5 फीसदी गिर गया है।