पाचेली इंडस्ट्रियल ने कागज पर लिया 1,000 करोड़ कर्ज, सेबी ने लगाया बैन
मुंबई-शेयरों में खेल करने और वित्तीय अनियमितताओं के कारण सेबी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सात कंपनियों को बाजार से बैन कर दिया। इसमें पाचेली इंडस्ट्रियल फाइनेंस लिमिटेड, अभिजीत ट्रेडिंग, कैलिक्स सिक्योरिटीज, हिबिस्कस होल्डिंग्स, अवेल फाइनेंशियल सर्विसेज, एडॉप्टिका रिटेल इंडिया और सल्फर सिक्योरिटीज शामिल हैं।
सेबी ने कहा, पाचेली इंडस्ट्रियल ने गैर प्रवर्तकों के रूप में वर्गीकृत छह संस्थाओं से 1,000 करोड़ रुपये का कर्ज लिया। इन कर्जों को तरजीही आवंटन के माध्यम से इक्विटी में बदल दिया गया। लेकिन कर्ज और पैसा सिर्फ कागजों पर इधर-उधर घुमाया गया। असली लेन-देन नहीं हुआ। जो लोग कर्ज देने का नाटक कर रहे थे, उन्हें कंपनी के 99.28% शेयर मिल गए। यानी पूरी कंपनी उन्हीं के हाथ में थी। सिर्फ 0.72% शेयर बाजार में ट्रेडिंग के लिए था, बाकी 99.28% लॉक-इन थे। ऐसे में शेयर की कीमत को मनमाने तरीके से बढ़ने का मौका दिया।
इस खेल से कंपनी का बाजार पूंजीकरण आठ महीने में 40 करोड़ रुपये से बढ़कर 4,000 करोड़ रुपये हो गया। सेबी ने कहा, यह संस्थाओं को शेयर आवंटित करने की एक सुनियोजित योजना का हिस्सा था, जिससे मौजूदा निवेशकों को नुकसान हुआ। 2 दिसंबर, 2024 से 16 जनवरी, 2025 के बीच कंपनी के शेयर की कीमत 372 प्रतिशत बढ़ गई। 9 दिसंबर के बाद से लगातार प्रतिदिन 5 प्रतिशत ऊपरी सर्किट भी लग रहा था।
उधर, पेटीएम की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशन के 8 पूर्व और वर्तमान अधिकारियों ने 3.32 करोड़ रुपये भरकर सेबी के साथ मामले का निपटान कर लिया है। सेबी ने बताया, इसमें पूर्व कंपनी सचिव अमित खेरा, अशित लिलानी, नीरज अरोरा, पल्लवी श्राफ और अन्य हैं। इन सभी ने कंपनी के एमडी विजय शेखर शर्मा और उनके रिश्तेदारों को दिए गए वेतन और अन्य भत्तों से संबंधित नियमों का उल्लंघन किया था।