जयपुर और आगरा सहित इन छोटे शहरों में मकानों की कीमतें दोगुना बढ़ गईं
मुंबई- देश के छोटे शहरों में मकान लेना ज्यादा महंगा पड़ रहा है। मेट्रो सहित देश के 8 प्रमुख शहरों में इस साल 32 फीसदी तक मकान खरीदना महंगा हुआ है, वहीं टियर-2 शहरों में मकानों के दाम 65 फीसदी तक बढ़े हैं। 30 प्रमुख टियर-2 शहरों में से 25 शहरों में मकानों के दाम बढ़े हैं, जबकि 5 में मकान लेना सस्ता हुआ है।
टियर-2 शहरों में गोवा एक मात्र शहर है, जिसने मकान की कीमत के मामले में 10,000 रुपये प्रति वर्ग फुट के आंकड़े को पार किया, जबकि गुजरात में मकान की कीमतें 5,000 प्रति वर्ग फुट से नीचे हैं। विजयवाड़ा, गांधी नगर, सूरत, वड़ोदरा, अहमदाबाद और रायपुर में कीमतें निरंतर 5,000 रुपये प्रति वर्गफीट के नीचे बनी हुई हैं।
इस साल देश के टॉप 30 टियर-2 शहरों में मकानों की कीमतों में 65 फीसदी तक इजाफा हुआ है। उत्तर भारत के जयपुर शहर में मकान खरीदना सबसे ज्यादा महंगा हुआ है। यहां एक साल में मकान की कीमत 65 फीसदी बढ़ गई है। जयपुर के बाद आगरा में 59 फीसदी, गुंटुर में 51 फीसदी, मेंगलौर में 41 फीसदी मकानों के दाम में बढ़ोतरी हुई है।
जयपुर में नई लॉन्च की गई परियोजनाओं की औसत कीमत में सबसे अधिक 65 फीसदी बढ़ोतरी हुई है। ये कीमतें 2023 से अक्टूबर 2024 के बीच 4,240 रुपये से बढ़कर 6,979 रुपये प्रति वर्गफुट हो गई है। आगरा, चण्डीगढ़ और भिवाड़ी में क्रमशः 59 फीसदी, 34 फीसदी और 25 फीसदी बढ़ोतरी हुई है। इन शहरों में इस अवधि के दौरान बहुत कम नए मकान लॉन्च हुए हैं। इंदौर में 20 फीसदी और देहरादून में 14 फीसदी बढ़ोतरी हुई है।
इस साल टॉप 30 टियर-2 शहरों में से 25 शहरों में मकानों के दाम बढ़े हैं। लेकिन भोपाल, सोनीपत, मोहाली, मैसूर और त्रिवेन्द्रम में इस अवधि के दौरान इनकी कीमतों में 26 फीसदी तक गिरावट आई है। सोनीपत में कीमतों में सबसे अधिक 26 फीसदी की गिरावट आई है। इसके बाद मैसूर में 14 फीसदी, मोहाली में 8 फीसदी, भोपाल में 5 फीसदी और त्रिवेंद्रम में 4 फीसदी गिरावट दर्ज की गई है।