मॉर्गन स्टेनली ने घटाई जीडीपी वृद्धि दर का अनुमान, अब 6.3 फीसदी की उम्मीद
मुंबई- मॉर्गन स्टेनली ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि अनुमान को संशोधित कर 6.3 प्रतिशत कर दिया है। पहले अनुमान 6.7 प्रतिशत था। सितंबर तिमाही में अर्थव्यवस्था की विकास दर में भारी गिरावट के बाद अनुमान में बदलाव किया गया है।
मॉर्गन स्टेनली ने मंगलवार को कहा, सितंबर तिमाही में उसका अनुमान 6.3 प्रतिशत था। यह गिरावट निजी खपत और पूंजीगत खर्च दोनों में कमी के कारण हुई। हालांकि निजी खपत 5.4 प्रतिशत की तुलना में 6 प्रतिशत बढ़ा है। सेवा क्षेत्र में 7.1 प्रतिशत की दर से बढ़त रही, जबकि उद्योग क्षेत्र 3.9 प्रतिशत पर ही रह गया। इसमें विनिर्माण और बिजली क्षेत्र की वृद्धि में उल्लेखनीय गिरावट रही।
अर्थव्यवस्था में इस गिरावट के बाद भी मॉर्गन स्टेनली का मानना है कि विकास दर निचले स्तर पर पहुंचने की संभावना है और चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में इसमें तेजी आने का अनुमान है। रिपोर्ट के अनुसार, अक्तूबर और नवंबर में मजबूत त्योहारी और शादी के मौसम का असर सकारात्मक रहा है। इससे दूसरी छमाही में जीडीपी वृद्धि दर औसतन 6.6 प्रतिशत रह सकती है।
मॉर्गन स्टेनली का मानना है कि दूसरी छमाही में आर्थिक सुधार के लिए एक आशावादी दृष्टिकोण है। इसमें सरकारी खर्च में वृद्धि, ग्रामीण मांग में सुधार और वित्तीय स्थितियों को आसान बनाने को प्रमुख चालक बताया गया है। ये कारक हालिया मंदी को पीछे छोड़ आने वाले महीनों में विकास की गति को बढ़ावा देंगे।