इस साल सेंसेक्स ने दिया 17 पर्सेंट फायदा, मार्केट कैप 111 लाख करोड़ बढ़ा
मुंबई- शेयर बाजार की रिकॉर्ड तेजी ने इस साल निवेशकों को जमकर मुनाफा दिया है। जनवरी से लेकर सितंबर तक बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों की पूंजी 110.57 लाख करोड़ रुपये बढ़ी है। 27 सितंबर को यह 477.93 लाख करोड़ रुपये के ऐतिहासिक उच्च स्तर पर पहुंच गई थी।
आंकड़ों के अनुसार, सितंबर अंत तक बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों की पूंजी 474.86 लाख करोड़ रुपये या 5.67 लाख करोड़ डॉलर रही। इस दौरान सेंसेक्स में 12,026 अंकों की बढ़त रही। यानी 16.64 फीसदी का जबरदस्त मुनाफा मिला है। साल के शुरु में बीएसई सेंसेक्स 72,271.94 के स्तर पर था, जो 27 सितंबर को अपने अब तक के उच्च स्तर 85,978 पर पहुंच गया।
विश्लेषकों के मुताबिक, भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती के साथ घरेलू तरलता बढ़ने के कारण बाजार में तेजी बनी रही। खासकर म्यूचुअल फंड में अच्छा पैसा खुदरा निवेशकों ने लगाया है। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की बिकवाली के दबाव के बावजूद भारतीय इक्विटी बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए।
मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों ने बेहतर प्रदर्शन किया है। कई स्टॉक ने कई गुना फायदा दिया है। इससे खुदरा निवेशकों को फायदा हुआ। बीएसई मिडकैप इंडेक्स 12,645 अंक या 34.32 फीसदी बढ़ा है। स्मॉलकैप इंडेक्स 14,777 अंक या 34.62 फीसदी बढ़ा है। इससे 2024 खुदरा निवेशकों के लिए एक बेहतर वर्ष रहा है।
भारत जैसे उभरते बाजारों के लिए महत्वपूर्ण सकारात्मक बात अमेरिका में ब्याज दर में कटौती की शुरुआत रही है। इससे निवेशकों की धारणा को बढ़ावा मिला है। जोखिम वाली संपत्तियों में तरलता बढ़ी है। देशों में तनाव के बावजूद कच्चे तेल की कीमतें पूरे साल कम रहीं। इससे महंगाई के दबाव को कम करने में मदद मिली।
बीएसई सेंसेक्स ने 2023 में 11,399 अंक या 18.73 प्रतिशत का फायदा दिया। पूरे वर्ष में निवेशकों की संपत्ति करीब 82 लाख करोड़ रुपये बढ़ी थी। 29 नवंबर को पहली बार चार लाख करोड़ डॉलर के पार कुल पूंजी हो गई थी। इस साल 21 मई को पहली बार यह पांच लाख करोड़ डॉलर को पार कर गई।