अगले दशक में दुनिया की कुल वृद्धि में 20 फीसदी होगा भारत का योगदान
मुंबई- जी-20 शेरपा अमिताभ कांत ने कहा है कि अगले दशक में दुनिया की कुल वृद्धि में 20 फीसदी योगदान भारत का होगा। इसका प्रमुख कारण यह है कि देश तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था बना हुआ है।
एक कार्यक्रम में कांत ने कहा, अगले तीन साल में हम जापान व जर्मनी को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे। एक ऐसी दुनिया में जो वृद्धि के लिए आकांक्षी है। दूसरी तरफ, भारत वृद्धि को गति देने वाली एक बहुत ही मजबूत शक्ति के रूप में उभरा है। आज हम जो देख रहे हैं वह हमारी आर्थिक स्थिति में पीढ़ियों में एक बार होने वाला बदलाव है।
जी-20 शेरपा ने कहा, देश को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने के लिए गांवों में रहने वाले लोगों के जीवन को बदलने की जरूरत है। स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार लाने और पोषण मानकों को बढ़ाने की जरूरत है। भारत को भविष्य में वृद्धि के लिए कई चैंपियन राज्यों की जरूरत है। यदि भारत को तीन दशकों में नौ से दस फीसदी की दर से वृद्धि हासिल करनी है और 2047 तक विकसित अर्थव्यवस्था बनना है, तो हमें अपने सीखने के परिणामों (कौशल), स्वास्थ्य क्षेत्रों और पोषण मानकों में बड़े पैमाने पर सुधार करने की जरूरत है।
कांत के अनुसार, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश जैसे कई राज्यों को बदलने की जरूरत है। इन राज्यों में देश की लगभग 50 फीसदी आबादी रहती है। यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम उन्हें बदलें। यह जरूरी है कि वे मानव विकास सूचकांक में सुधार के मुख्य सूत्रधार बनें।