जियो फाइनेंशियल अब बनेगी इन्वेस्टमेंट कंपनी, आरबीआई ने दे दी है मंजूरी
मुंबई- रिजर्व बैंक ने रिलायंस समूह की वित्तीय सेवा प्रदाता कंपनी जियो फाइनेंशियल सर्विसेज को कोर इन्वेस्टमेंट कंपनी (सीआईसी) बनने की मंजूरी प्रदान कर दी है। सेंट्रल बैंक से मिली इस मंजूरी के बाद जियो फाइनेंशियल सर्विसेज का गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) से कोर इन्वेस्टमेंट कंपनी (सीआईसी) में बदलने का रास्ता साफ हो गया है।
जियो फाइनेंशियल सर्विसेज को बीते साल रिलायंस इंडस्ट्रीज से अलग किया गया था। उसके बाद शेयर बाजार पर 21 अगस्त 2023 को जियो फाइनेंशियल के शेयर लिस्ट हुए थे। कंपनी ने बताया है कि उसे सेंट्रल बैंक के नियमों के अनुसार एनबीएफसी से कोर इन्वेस्टमेंट कंपनी में बदलना अनिवार्य था। उसने नियमों का पालन करते हुए कंवर्जन के लिए अप्लाई किया था।
जियो फाइनेंशियल को सीआईसी में कंवर्ट होने से सभी सब्सिडियरी की वित्तीय स्थिति और परिचालन को सही से सामने लाने में मदद मिलेगी। उससे इन्वेस्टर्स के लिए बेहतर प्राइस डिस्कवरी का रास्ता खुलेगा। सीआईसी का काम-काज आम एनबीएफसी से अलग होता है। वे ऐसी नॉन-डिपॉजिट टेकिंग फाइनेंशियल कंपनियां होती हैं, जिनके एसेट मुख्य रूप से इक्विटी शेयरों, तरजीही शेयरों या डेट में समूह की कंपनियों में निवेश किए गए होते हैं।