खरीदार नहीं मिलने और लागत बढ़ने से बंद होगा देशी सोशल मीडिया कू
मुंबई- भारत का अपना देसी ट्विटर यानी कू आखिरकार चार साल बाद बंद हो जाएगा। कंपनी ने कहा कि कोई खरीदार नहीं मिलने से उसे यह निर्णय करना पड़ा है। लंबे समय से कंपनी कई खरीदारों से बात कर रही थी। अंत में यह बातचीत नाकाम हो गई। इसे 2020 में लॉन्च किया गया था।
कू के संस्थापक अप्रमेय राधाकृष्ण और मयंक बिदावत ने बुधवार को लिंक्डइन पोस्ट में कहा, हमने कई बड़ी इंटरनेट कंपनियों, समूहों और मीडिया घरानों के साथ साझेदारी की संभावना तलाशी। लेकिन हमें वह परिणाम नहीं मिला, जो हम चाह रहे थे। हालांकि, हम एप को चालू रखना चाहते थे, लेकिन टेक्नोलॉजी सेवा की लागत अधिक होने से हम इसका आर्थिक बोझ नहीं उठा पा रहे थे।
टाइगर ग्लोबल के निवेश वाले कू ने अब तक एक्सेल, नवल रविकांत, कलारी कैपिटल आदि से 6.5 करोड़ डॉलर की रकम जुटाई है। कू पहली माइक्रोब्लॉगिंग साइट थी जो 10 भाषाओं में थी। इसके करीब 6 करोड़ डाउनलोड हो चुके हैं। इसने नाइजीरिया और ब्राजील में भी सेवा शुरू की थी।