इन लार्ज कैप शेयरों में आपको मिल सकता है बेहतर मुनाफा, देखें इनकी लिस्ट
मुंबई- लार्जकैप मौजूदा समय में मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों के मुकाबले कमजोर मूल्यांकन पर कारोबार कर रहे हैं और इससे वे आकर्षक बन गए हैं। ब्रोकरों के सुझावों और शेयर भाव में उतार-चढ़ाव के आधार पर निफ्टी-50 या निफ्टी नेक्स्ट 50 से 10 शेयरों का चयन किया गया है। लार्जकैप शेयरों ने पिछले एक साल में अन्य सूचकांकों के मुकाबले कमजोर प्रदर्शन किया है।
एनएसई निफ्टी-50सूचकांक पिछले 12 महीने में 17.5 प्रतिशत तक चढ़ा है, जबकि निफ्टी मिडकैप 150 सूचकांक में समान अवधि में 30 प्रतिशत और निफ्टी स्मॉलकैप 250 सूचकांक में इस अवधि के दौरान करीब 33 प्रतिशत की तेजी आई। इसकी वजह से मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों के मुकाबले निफ्टी-50 और निफ्टी नेक्स्ट 50 सूचकांकों में शामिल प्रमुख शेयरों का प्रदर्शन अपेक्षाकृत कमजोर रहा। इस खराब प्रदर्शन की वजह से मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों के मुकाबले कम मूल्यांकन पर कारोबार कर रहे लार्जकैप शेयर में भी सुस्ती देखने को मिली।
निफ्टी स्मॉलकैप 250 सूचकांक 24.7 गुना के पीई पर कारोबार कर रहा है। इससे लार्जकैप शेयर मिडकैप और स्मॉलकैप की तुलना में ज्यादा आकर्षक हो गए हैं। ऐतिहासिक तौर पर, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों तथा लार्जकैप में तेजी एक चक्र पर केंद्रित रहती है और यह समय पर निर्भर करेगा जब लार्जकैप शेयर एक बार फिर से प्रमुख बाजार से बेहतर प्रदर्शन शुरू कर देंगे।
यहां ऐसे लार्जकैप शेयरों पर प्रकाश डाला जा रहा है, जो मौजूदा तेजी में दिग्गज बन सकते हैं। इन शेयरों का चयन ब्रोकरों द्वारा उन 100 शेयरों के 12 महीने के कीमत लक्ष्य के आधर पर किया गया है, जो या तो निफ्टी-50 या निफ्टी नेक्स्ट 50 सूचकांकों में शामिल हैं। चुने गए शेयर ब्रोकरों से सर्वाधिक ‘खरीद’ रेटिंग पाने और अगले 12 महीनों के दौरान शेयर कीमतों में अच्छी तेजी दर्ज करने में सक्षम हैं।
इंटरग्लोब एविएशन
दो साल तक नुकसान झेलने के बाद, इंडिगो ने यात्रियों की संख्या में शानदार तेजी आने से वित्त वर्ष 2023 में 2,650 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया. मजबूत पहली तिमाही और अपेक्षाकृत कमजोर समझी जाने वाली सितंबर तिमाही के बाद तीसरी तिमाही में हालात में मजबूत सुधार आने का अनुमान है।
कोटक रिसर्च का कहना है कि इंडिगो ने अंतरराष्ट्रीय व्यवसाय में मजबूत बाजार भागीदारी हासिल की है और वह इसमें और तेजी लाने के लिए पूरी तरह से तैयार है. कम पैठ वाले घरेलू बाजार और 1,000 विमान ऑर्डरों के साथ बाजार दिग्गज भारतीय विमानन क्षेत्र की वृद्धि का लाभ उठाने को तैयार है।
एलआईसी का शेयर भाव मई 2022 में सूचीबद्ध हुआ था, जिसके बाद से उसे बड़ी गिरावट का सामना करना पड़ा। पिछले 6 महीने में इस शेयर में सुधार दर्ज किया गया है. विश्लेषकों को आकर्षक मूल्यांकन और प्रीमियम आय में मजबूत वृद्धि की मदद से तेजी बरकरार रहने की संभावना हैइस शेयर को कोविड-19 महामारी की वजह से डेथ क्लेम्स में वृद्धि की वजह से दो साल के कमजोर प्रदर्शन के बाद जीवन बीमा कंपनियों के लिए बदलते हालात से भी मदद मिलने की संभावना है।
विश्लेषकों को प्रीमियम आय में लगातार वृद्धि और नए व्यवसाय की वैल्यू (वीएनबी) में सुधार के साथ एलआईसी की उद्यम वैल्यू बढ़ने का भी अनुमान है। 9.1 गुना का पिछला पीई और पीबी वैल्यू भी उसके निजी क्षेत्र के प्रतिस्पर्धियों की तुलना में कम है। विश्लेषकों को अगले 12 महीने में एलआईसी के शेयर में 20 प्रतिशत तेजी आने का अनुमान है।
हिंदुस्तान यूनिलीवर की आय अनुमान पहली तिमाही के नतीजे के बाद घटाया गया है, वहीं आईआईएफएल रिसर्च जैसे ब्रोकरों ने जिंस कीमतों में गिरावट को ध्यान में रखकर मध्यावधि में मार्जिन सुधरने का अनुमान जताया है। सुस्त पहली तिमाही के बावजूद, भारत की सबसे बड़ी सूचीबद्ध एफएमसीजी निर्माता ने तिमाही के दौरान बाजार भागीदारी में सुधार दर्ज किया, क्योंकि उसे बेहतर परिचालन दक्षता से मदद मिली।
एक्सिस सिक्योरिटीज का मानना है कि ग्रामीण सुस्ती दूर हुई है और अब चुनाव से पहले सरकारी खर्च बढ़ने, शहरी आय में तेजी और आरबीआई द्वारा मुद्रास्फीति पर लगाम लगाने के लगातार प्रयासों से सुधार आने की संभावना है। जियोजित रिसर्च ने इस शेयर को ‘खरीदें’ रेटिंग दी है और यह अपनी वित्त वर्ष 2025 की अनुमानित आय के 49 गुना पर कारोबार कर रहा है, जो उसके 58 गुना के पांच वर्षीय ऐतिहासिक औसत के मुकाबले कम है।
वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में 24 प्रतिशत की राजस्व वृद्धि के साथ पीआई इंडस्ट्रीज रसायन क्षेत्र में अग्रणी रही और अनुकूल मिश्रण एवं दक्षता की मदद से उसका परिचालन मुनाफा मार्जिन 210 आधार अंक बढ़ा कंपनी ने मार्जिन में लगातार सुधार के साथ अगले कुछ वर्षों के दौरान 18-20 प्रतिशत की राजस्व वृद्धि का अनुमान जताया है। जहां इस वृद्धि को कस्टम सिंथेसिस और निर्माण व्यवसाय में हो रही पूछताछ बढ़ने और घरेलू सेगमेंट में नई पेशकशों से मदद मिल सकती है, वहीं मार्जिन को परिचालन दक्षता से ताकत मिलेगी।
वृद्धि को फार्मा और कस्टम डेवलपमेंट तथा निर्माण परिचालन सेगमेंटों में ताजा अधिग्रहण से मद मिलने की संभावना है। मोतीलाल ओसवाल रिसर्च का कहना है कि पीआई इंडस्ट्रीज अपनी प्रमुख क्षमताओं का इस्तेमाल कर फार्मा क्षेत्र में खास पहचान बनाएगी
भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (बीपीसीएल) वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में आय वृद्धि की वजह से तेल एवं गैस क्षेत्र में ब्रोकरों का पसंदीदा शेयर है। विश्लेषकों को विपणन मार्जिन में सुधार और रिफाइनिंग व्यवसाय में मुनाफा बढ़ने से अगले 12 महीनों के दौरान बीपीसीएल के शेयर में 20 प्रतिशत से ज्यादा तेजी आने का अनुमान है।
बीपीसीएल का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में 10,664 करोड़ रुपये की ऊंचाई पर पहुंच गया था, जबकि वित्त वर्ष2023 की पहली तिमाही में कंपनी को 6,148 करोड़ रुपये के शुद्ध नुकसान का सामना करना पड़ा था। विश्लेषकों को मार्जिन डीजल और विमानन ईंधन (एटीएफ) के लिए मजबूत मांग की वजह से कंपनी का रिफाइनिंग दमदार रहने का अनुमान है।
यूपीएल को दो तिमाहियों से भारत की इस सबसे बड़ी कृषि रसायन कंपनी ने बिक्री पर दबाव के साथ साथ कीमत गिरावट की वजह से सुस्त आंकड़े दर्ज किए हैं। जहां जुलाई-सितंबर की तिमाही भी कमजोर रही है, वहीं वित्त वर्ष 2024 की दूसरी छमाही में सुधार की उम्मीद है। उत्तर और लैटिन अमेरिकी बाजारों से मांग में सुधार और स्थिर कीमतों की मदद से कारोबार में सुधार आने का अनुमान है।
एचडीएफसी बैंक को हाल के महीनों में दबाव का सामना करना पड़ा है और इसके शेयर भाव में पिछले 12 महीनों के दौरान प्रमुख सूचकांकों के मुकाबले कमजोरी आई है। पिछले एक साल में, इस शेयर में करीब 10 प्रतिशत तक की तेजी आई है, जबकि निफ्टी-50 में 17.5 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली। शेयर में कमजोरी मुख्य तौर पर ऋणदाता द्वारा आईसीआईसीआई बैंक और भारतीय स्टेट बैंक जैसे।
प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले पिछली दो तिमाहियों में राजस्व और आय में सुस्त वृद्धि की वजह से आई। विश्लेषकों को अब आकर्षक मूल्यांकन, मजबूत बैलेंस शीट वृद्धि और एचडीएफसी के साथ विलय से मिलने वाले लाभ की वजह से एचडीएफसी बैंक का प्रदर्शन उसके प्रतिस्पर्धियों और प्रमुख सूचकांकों से बेहतर रहने का अनुमान है। ब्रोकरों को अगले 12 महीनों में एचडीएफसी बैंक के शेयर में 24 प्रतिशत तेजी की संभावना है
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) लार्जकैप और बैंकिंग उद्योग में ब्रोकरों के पसंदीदा शेयरों में से एक है। भारत के इस सबसे बड़े ऋणदाता ने पिछली चार तिमाहियों में अपने शुद्ध लाभ, शुद्ध ब्याज आय और मार्जिन में अच्छी तेजी दर्ज की और देश में सबसे ज्यादा लाभकारी बैंक बन गया।विश्लेषकों को बैंक का परिचालन प्रदर्शन मजबूत बने रहने का अनुमान है और इससे शेयर भाव में तेजी को बढ़ावा मिल सकता है। यह शेयर पिछले 12 महीने में 13.6 प्रतिशत तक चढ़ा है और समान अवधि में निफ्टी में 17.5 प्रतिशत की तेजी आई है।
अगले 12 महीनों के दौरान, ब्रोकरों को एसबीआई के शेयर में 19.3 प्रतिशत की तेजी आने का अनुमान है और यह उनके पसंदीदा लार्जकैप बैंकों में से एक है। यह शेयर मौजूदा समय में 9 गुना के पीई और 1.7 गुना के पी/बीवी पर कारोबार कर रहा है, जो एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और ऐक्सिस बैंक जैसे प्रतिस्पर्धियों के मूल्यांकन की तुलना में नीचे है।