दूसरी तिमाही में बैंकों की NII में जबरदस्त ग्रोथ, आपका पैसा लेकर आपको ही कर्ज देकर मुनाफा कमाते हैं बैंक
मुंबई– दूसरी तिमाही का करीबन सभी बड़े बैंकों का रिजल्ट आ चुका है। इन बैंकों की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) में अच्छी खासी बढ़त हुई है। NII वह रकम होती है, जो बैंक आपसे फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) या बचत खाते में पैसे लेते हैं और आपका पैसा आपको ही वापस कर्ज के तौर पर देकर इससे कमाई करते हैं।
दरअसल NII उसे कहते हैं जो आपके डिपॉजिट या बचत खाते पर ब्याज दी जाती है और फिर आपको वही पैसा कर्ज देकर आपसे बैंक ब्याज लेते हैं। इन दोनों के ब्याज के बीच जो अंतर है, वही NII होता है। आईसीआईसीआई बैंक की NII सालाना आधार पर 16% बढ़कर 9,366 करोड़ रुपए हो गई है। निजी क्षेत्र देश के दूसरे सबसे बड़े इस बैंक का शुद्ध फायदा इसी अवधि में 6 गुना बढ़ा है। इसमें एनआईआई का योगदान सबसे अधिक है।
इसी तरह पंजाब नेशनल बैंक (PNB) की शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) सितंबर तिमाही में 24.4% बढ़कर तिमाही आधार पर 8,393 करोड़ रुपए हो गई है। इसके भी शुद्ध लाभ में एनआईआई का योगदान अच्छा है। निजी क्षेत्र के तीसरे सबसे बड़े बैंक एक्सिस बैंक की एनआईआई 20% बढ़ी है और यह दूसरी तिमाही में 7,326 करोड़ रुपए रही है।
सरकारी बैंकों में तीसरे नंबर के सबसे बड़े बैंक बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) की शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) दूसरी तिमाही के दौरान 6.8% बढ़कर 7,508 करोड़ रुपए हो गई है। बैंक का शुद्ध फायदा 1,771 करोड़ रुपए सितंबर तिमाही में रहा है। RBL बैंक की एनआईआई सालाना आधार पर 7.3% बढ़कर 932 करोड़ रुपए रही है। जबकि कोटक महिंद्रा बैंक की एनआईआई 15.75% बढ़ी है। इसकी एनआईआई 5,051.85 करोड़ रुपए रही है। एक साल पहले समान तिमाही में यह आंकड़ा 4,364 करोड़ रुपए रहा था।
मुश्किलों में घिरे यस बैंक की एनआईआई हालांकि 9.58% घट कर 1,974 करोड़ रुपए रही है। देश में निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक HDFC बैंक की एनआईआई 16.73% बढ़कर 15,776 करोड़ रुपए रही है। बैंक ऑफ महाराष्ट्र की एनआईआई 4% बढ़कर 1,120 करोड़ रुपए रही है। जबकि इंडियन बैंक की एनआईआई में जबरदस्त इजाफा हुआ है। यह 122.4 पर्सेंट बढ़कर 4,144 करोड़ रुपए रही है। NPA और तमाम दिक्कतों से घिरे IDBI बैंक की एनआईआई 3.85% बढ़कर 1,703 करोड़ रुपए रही है तो कैनरा बैंक की एनआईआई 29.31 पर्सेंट बढ़कर 6,296 करोड़ रुपए रही है।
दरअसल बैंकों या एनबीएफसी के शुद्ध फायदे में सबसे बड़ा योगदान इसी एनआईआई का होता है। अभी तक जितने रिजल्ट आए हैं, सभी बड़े बैंकों में एनआईआई का योगदान 10 पर्सेंट से ऊपर है। कुछ में तो यह 124 पर्सेंट तक है। हालांकि खराब बैंकों में यह घटी भी है।