अमेरिकी सेब पर आयात शुल्क में 20 फीसदी कमी से हिमाचल व जम्मू के बागवान नाराज
मुंबई- केंद्र सरकार ने अमेरिका से आयात होने वाले सेब पर आयात शुल्क में 20 फीसदी की कटौती की है। इससे देश में सेब उत्पादन में अग्रणी हिमाचल व जम्मू-कश्मीर के बागवानों में भारी नाराजगी है। इनका कहना है कि शुल्क में कटौती से देसी सेबों के दामों में भारी गिरावट आएगी।
हिमाचल और जम्मू-कश्मीर के बागवान सरकार से विदेशी सेब के आयात शुल्क को दोगुना करने की मांग कर रहे थे। हिमाचल के बागवानों ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से यह मुद्दा केंद्र के समक्ष उठाने को कहा है। मुख्यमंत्री ने बागवानों को आश्वस्त किया है कि वे इस मुद्दे को केंद्र के समक्ष उठाएंगे।
बागवानों का कहना है कि आयात शुल्क घटने से अमेरिका कम दामों में भारत में अपना सेब बेचेगा। इससे देसी सेबों की मांग घटेगी। 4 साल पहले केंद्र सरकार ने जब आयात शुल्क बढ़ा दी थी तब विदेशी सेब की आवक कम हो गई थी और देसी सेब की मांग बढ़ गई थी। संयुक्त किसान मंच हिमाचल के पदाधिकारियों का कहना है कि केंद्र सरकार का यह कदम अन्यायपूर्ण है।
देश के अलग-अलग कोनों के व्यापारी हिमाचल के सेब को कोल्ड स्टोर के लिए खरीदते थे। अब अमेरिकी बाजार से सस्ते दामों में सेब मिलने से हिमाचल के सेब की खरीद पर विपरीत असर पड़ेगा। हिमाचल में 5 लाख से अधिक लोग सेब बागवानी से जुड़े हुए हैं। हर साल लगभग 4 करोड़ सेब की पेटियों के उत्पादन से 5 हजार करोड़ और कश्मीर में करीब 7-8 हजार करोड़ रुपए का सालाना कारोबार होता है।