खुदरा महंगाई तीन माह के शीर्ष पर, फिर दरों को बढ़ा सकता है आरबीआई
मुंबई। खुदरा महंगाई के जनवरी में आरबीआई के ऊपरी सीमा से बाहर जाने के बाद अप्रैल में केंद्रीय बैंक फिर से दरों में वृद्धि कर सकता है। डच बैंक के अर्थशास्त्री ने मंगलवार को कहा कि जनवरी में महंगाई दर 6.52 फीसदी के साथ तीन माह के शीर्ष पर है। ऐसे में अप्रैल में रेपो दर में 0.25 फीसदी की वृद्धि हो सकती है। हालांकि, अप्रैल के बाद दरों में वृद्धि का सिलसिला रुक सकता है।
डच बैंक ने कहा कि दरों का जोखिम अब लंबे समय तक ऊंचा बना रहेगा। भारतीय रिजर्व बैंक बहुत जल्दी अब अपनी कठोर मौद्रिक नीति को वापस नहीं लेगा। नवंबर और दिसंबर, 2022 को छोड़कर, पूरे 2022 में खुदरा महंगाई 6 फीसदी के स्तर से ऊपर बनी हुई है। अक्तूबर में यह 6.77 फीसदी पर पहुंच गई थी।
जनवरी की महंगाई में तेज उछाल मुख्य रूप से अनाज के कारण था, जो सालाना आधार पर 16.1 फीसदी बढ़ा था। सीपीआई में अनाज का वजन 10 फीसदी है। विश्लेषक ने अगले वित्त वर्ष में महंगाई दर 5.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया है, जो पहले 5 फीसदी का था।