ओला कैब्स के सीईओ कर्मचारियों पर भड़के, मीटिंग में फाड़े कागज
मुंबई- ओला कैब्स के सीईओ भाविश अग्रवाल ने 5 दिन पहले उन्होंने एक ट्वीट किया जिसमें एक टीशर्ट पर लिखा है-स्कूटर गया तेल लेने..दरअसल वे अपने ओला ई-स्कूटर की लॉन्चिंग को प्रमोट कर रहे हैं, उसी का एक पार्ट ये भी है जिसमें तेल लेने-देने की बात हो रही है।
बहरहाल, एक नया मामला मीटिंग में उनके भड़क जाने और अपने कर्मचारी को ‘सजा’ देने से जुड़ा है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि भाविश अग्रवाल ने मीटिंग के दौरान प्रेजेंटेशन के कागज फाड़ डाले और एक कर्मचारी से फैक्ट्री के चक्कर लगवा दिए।
एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ओला कर्मचारियों ने इस बात का खुलासा किया है कि कंपनी के फाउंडर और सीईओ भाविश अग्रवाल काम के दौरान बेरुखा बर्ताव करते हैं, अपना आपा खो बैठते हैं जिससे उनके स्टाफ दूर-दूर रहते हैं और बोर्ड मेंबर भी अपसेट हो जाते हैं। कई पूर्व और मौजूदा कर्मचारियों ने ये बात बताई है कि ओला इलेक्ट्रिक के भीतर काम का कल्चर पिछले कुछ साल में बेहद बदल गया है।
एक ऐसी ही मीटिंग के बारे में रिपोर्ट में जानकारी दी गई है। रिपोर्ट कहती है, एक घंटे के लिए शेड्यूल की गई मीटिंग 10 मिनट में खत्म हो गई क्योंकि भाविश अग्रवाल बोलते-बोलते अपना आपा खो बैठे। मीटिंग के दौरान किसी मेमो के सेंटेंस स्ट्रक्चर में गड़बड़ी मिल जाए या कोई टेढ़ा-मेढ़ा पेपर क्लिक दिख जाए प्रीटिंग पेपर की क्वालिटी में कोई खराबी हो, तो वे अचानक कर्मचारियों पर बिगड़ जाते हैं। एक मीटिंग में उन्होंने अपने स्टाफ को बेकार तक कह डाला।
रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि अपनी बैठक के दौरान केवल एक पेज गायब होने से भाविश अग्रवाल ने पूरा प्रेजेंटेशन फाड़ दिया और कर्मचारियों को पंजाबी भाषा में लताड़ा। जब अग्रवाल से उनके मैनेजमेंट स्टाइल के बारे में पूछा तो उनका जवाब था-हमारे कल्चर में सब लोग फिट नहीं हो सकते। अग्रवाल की इन बातों के बारे में कई मीडिया रिपोर्ट्स में जानकारी दी गई है।