ब्रिकवर्क रेटिंग का लाइसेंस रदद्, सेबी ने कहा 6 महीने में बोरिया बिस्तर समेटो
मुंबई- ब्रिकवर्क रेटिंग्स इंडिया के खिलाफ सेबी ने बड़ी कार्रवाई की है। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने ब्रिकवर्क रेटिंग्स इंडिया का लाइसेंस रद्द कर दिया है। इतना ही नहीं सेबी ने क्रेडिट रेटिंग एजेंसी ब्रिकवर्क रेटिंग्स इंडिया को छह महीने के अंदर भारत से अपना पूरा बिजनेस समेटने का निर्देश भी दिया है।साथ ही सेबी ने यह भी कहा है कि एजेंसी अब कोई भी नया क्लाइंट भारत में नहीं बनाएगी। आरोप है कि ब्रिकवर्क रेटिंग्स इंडिया ने नियामक के कई तरह के उल्लंघन किए हैं। इन आरोपों के चलते ही सेबी ने यह कार्रवाई की है।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने गुरुवार को अपने निर्देश जारी किया। इसमें सेबी ने कहा है कि ब्रिकवर्क ने कई तरह के उल्लंघन किए हैं। ब्रिकवर्क ने सही रेटिंग प्रक्रिया का अनुपालन नहीं किया, साथ ही एजेंसी ने अपने क्लाइंट्स के लिए रेटिंग जारी करते समय जांच भी नहीं की। इसके साथ ही एजेंसी ने अपने आंतरिक नियमों के तहत समयसीमा का अनुपालन भी सुनिश्चित नहीं किया।
सेबी ने कहा कि ब्रिकवर्क ने रेटिंग की निगरानी से संबंधित सूचना देने में भी देरी की। सेबी ने अपने आदेश में कहा है कि ब्रिकवर्क क्रेडिट रेटिंग एजेंसी के रूप में अपने दायित्वों के निर्वहन में पर्याप्त कौशल, जांच-परख को पूरा करने में विफल रही। इससे निवेशक संरक्षण और प्रतिभूति बाजार के व्यवस्थित विकास का मकसद पूरा नहीं हुआ। सेबी के पूर्णकालिक सदस्य अश्विनी भाटिया ने कार्रवाई की जानकारी देते हुए कहा कि इस मामले में सख्त कार्रवाई की जरूरत थी।