विप्रो, टेक महिंद्रा और इंफोसिस ने ऑफर लेटर देकर कहा, आप लोग नौकरी के काबिल नहीं
मुंबई- आपने अपनी ड्रीम कंपनी में निकली Job Vacancy के लिए अप्लाई किया. आपकी सीवी मंजूर करके कंपनी ने आपका टेस्ट लिया. आपने टेस्ट पास किया. फिर कंपनी ने इंटरव्यू लिया. आपने इंटरव्यू भी पास कर लिया. इन सभी प्रक्रियाओं में करीब 3-4 महीने लग गए। लेकिन सारे टेस्ट पास करने के बाद कंपनी ने आपको आफर लेटर दे दिया। लेकिन ज्वाइनिंग से ठीक पहले कंपनी आपसे कहती है कि ‘आप इस नौकरी के काबिल नहीं हैं। आपके पास जरूरी योग्यता नहीं है.’ और आपसे ऑफर लेटर वापस ले लेती है।
ऐसा ही हुआ है कई इंजीनियर्स और टेक्निकल ग्रेजुएट्स के साथ. उन्हें जॉब देकर छीन ली गई। ऐसा करने वाली विप्रो, टेक महिंद्रा और इंफोसिस जैसी नामी गिरामी कंपनियां हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार विप्रो, इनफोसिस, टेक महिंद्रा ने कई कैंडिडेट्स को जॉब तो दी लेकिन ज्वाइन करने से रोक दिया। इनमें ज्यादातर फ्रेशर हैं।
महीनों तक कई राउंड इंटरव्यू क्लीयर करने के बाद इन कैंडिडेट्स को जॉब ऑफर लेटर दे दिया गया। उसके बाद कहा गया- ‘ऐसा पता चला है कि आप जॉब के लिए जरूरी एकेडेमिक एलिजिबिलिटी क्राइटीरिया पूरी नहीं करते। इसलिए आपका ऑफर लेटर अमान्य करार दिया जाता है।