अडाणी समूह एक दशक में 8 लाख करोड़ का करेगा निवेश
मुंबई- अडाणी ग्रुप अगले 10 सालों में करीब 8.13 लाख करोड़ रुपए निवेश करेगा। इसमें ज्यादातर निवेश ग्रीन एनर्जी प्रोडक्शन पर होगा। ये कहना है अडाणी ग्रुप के चेयरमैन और फोर्ब्स के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर काबिज गौतम अडाणी का। फोर्ब्स ने मंगलवार को 20वीं ‘ग्लोबल CEO कॉन्फ्रेंस’ आयोजित की थी। यहां अडाणी ने कंपनी का भविष्य का निवेश प्लान बताया।
अडाणी ने बताया, ‘ग्रुप के रूप में हम 8 लाख करोड़ से ज्यादा का निवेश करेंगे। इसका 70% हिस्सा (करीब 5.69 लाख करोड़ रुपए) एनर्जी ट्रांजिशन स्पेस में इन्वेस्ट होगा। सोलर इंडस्ट्री में हम टॉप पर हैं, आगे हम और भी ऊंचाइंयों को छूना चाहेंगे।’
उन्होंने कहा कि कंपनी इंटीग्रेटेड हाइड्रोजन-बेस्ड वैल्यू चैन में 70 बिलियन डॉलर लगाएगी। उनका मेजर फोकस एनर्जी ट्रांजिशन स्पेस को बढ़ाने पर ही है। कंपनी इस वक्त 20 गीगावॉट (20GW) रिन्यूएबल एनर्जी यानी कि ग्रीन एनर्जी प्रोडक्शन पर वर्क कर रही है। अगले दशक में 45GW हाइब्रिड रिन्यूएबल पावर जनरेट करेंगे। इसे एक लाख हेक्टेयर के एरिया में फैलाएंगे।
अडाणी ग्रुप 3 मिलियन मीट्रिक टन ग्रीन एनर्जी का कमर्शियलाइजेशन करेगा। इंडिया में 3 गीगा फैक्टरीज भी बिल्ड करेंगे। कंपनी 10GW सिलिकॉन बेस्ड फोटोवोल्टिक वैल्यू चैन भी बिल्ड कर रही है। जो रो सिलिकॉन से सोलर पैनल, 10GW इंटीग्रेटेड विंड मिल मेकिंग और 5GW हाइड्रोजन इलेक्ट्रोलाइजर फैक्ट्री से भी कनेक्टेड होगा।
अडाणी बोले कि वे कम खर्चे में ग्रीन इलेक्ट्रॉन और ग्रीन हाइड्रोजन प्रोड्यूस करने पर फोकस कर रहे हैं। अगर एक्सपेरिमेंट सक्सेसफुल हुआ तो ये इंडिया में गेमचेंजर साबित होगा। इससे इंडिया में एनर्जी एक्सपोर्ट करने के रास्ते खुलेंगे। इसके चलते जल्द ही देश की पहचान एनर्जी एक्सपोर्टर के रूप में स्थापित होगी।