एमएसएमई उद्योग का फायदा बढ़ाने में ई-कॉमर्स की प्रमुख भूमिका
मुंबई- ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म ने सूक्ष्म एवं लघु उद्योग (एमएसएमई) उद्योग का मुनाफा बढ़ाने, मार्केटिंग खर्च घटाने और नए बाजारों तक पहुंच बनाने में मदद की है। केंद्रीय राज्यमंत्री भानुप्रताप सिंह वर्मा ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के एक सम्मेलन में कहा कि एमएसएमई देश में विनिर्माण के विस्तार और रोजगार पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
भारतीय अर्थव्यवस्था को 5,000 अरब डॉलर तक पहुंचाने में इस उद्योग पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। साथ ही छोटे कारोबारों को अपना प्रबंध कौशल सुधारने और तकनीक को स्मार्ट बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कोरोना में इस उद्योग को सुधारने के लिए आपात कर्ज सुविधा गारंटी योजना (ईसीएलजीएस) शुरू की गई थी और कोरोना की कई लहरों का सामना करने के बाद अब यह उद्योग पूरी मजबूत से खड़ा है। इस योजना के तहत कुल 3.47 लाख करोड़ रुपये के कर्ज की गारंटी दी गई थी।
एमएसएमई मंत्रालय के सचिव बीबी स्वैन ने कहा कि सरकार एमएसएमई उद्योग को आसानी से कर्ज मुहैया कराने पर काम कर रही है। एमएसएमई दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि किफायती कर्ज तक पहुंच सभी के लिए एक चुनौती बनी हुई है। इसलिए इस समस्या का समाधान किए जाने की कोशिश की जा रही है। हम छोटे उद्यमी को भी औपचारिक ढांचे में लाने का प्रयास कर रहे हैं।
आईसीआईसीआई लोंबार्ड जनरल इंश्योरेंस ने कहा है कि वह एमएसएमई ग्राहकों का 5 लाख रुपये तक का दावा 10 दिन में निपटाएगी। इसके लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और अन्य आंकड़ों के विश्लेषण की मदद ली जाएगी। एक बयान में कंपनी ने कहा कि इसमें संपत्तियों और मरीन दावों को शामिल किया जाएगा। इसने 31 मार्च, 2022 को समाप्त वित्तवर्ष में कुल 15 लाख पॉलिसी बेची है। कंपनी के कार्यकारी निदेशक संजीव मंत्री ने कहा कि एमएसएमई देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है।