शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 45 फीसदी बढ़कर 3.39 लाख करोड़ रुपये
मुंबई-16 जून तक देश में शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 45 फीसदी बढ़कर 3.39 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया है। आयकर विभाग ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। एक साल पहले इसी अवधि में 2.33 लाख करोड़ रुपये का संग्रह था। इसमें 1.70 लाख करोड़ रुपये कॉरपोरेशन टैक्स और पर्सनल इनकम टैक्स रहा। जबकि सिक्योरिटीज ट्रांजेक्शन टैक्स 1.67 लाख करोड़ रुपये रहा।
पहली तिमाही में अग्रिम कर संग्रह 1.01 लाख करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले इसी अवधि में 75,783 करोड़ रुपये था। इसमें 33 फीसदी की वृद्धि रही है। इसमें कॉरपोरेशन टैक्स 78,842 करोड़ रुपये और पर्सनल इनकम टैक्स 22,175 करोड़ रुपये था।
कर संग्रह में बढ़त मुख्य रूप से टीडीएस में 47 और अग्रिम कर में 33 फीसदी तेजी की वजह से रही। टीडीएस संग्रह 2.29 लाख करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले समान अवधि के 1.57 लाख करोड़ था।
2020-21 के समान अवधि में 1.25 लाख तुलना में यह 171 फीसदी ज्यादा रहा, जबकि 2019-20 में 1.67 लाख करोड़ की तुलना में यह 103 फीसदी अधिक है। सेल्फ असेसमेंट टैक्स संग्रह 41 फीसदी बढ़कर 21,849 करोड़ रुपये रहा।
16 जून तक सकल संग्रह 40 फीसदी बढ़कर 3.69 लाख करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले 2.64 लाख करोड़ रुपये था। इसमें 30,334 करोड़ रुपये रिफंड था। मार्च, 2022 के वित्तवर्ष में देश का प्रत्यक्ष कर संग्रह 49 फीसदी बढ़कर 14.10 लाख करोड़ रुपये रहा था। इस वित्तवर्ष में इसका लक्ष्य 14.20 लाख करोड़ रुपये का है जिसमें 7.20 लाख करोड़ कॉरपोरेट कर और 7 लाख करोड़ व्यक्तिगत कर होने की उम्मीद है।