एसबीआई को 8,432 करोड़ का फायदा, 38 लाख करोड़ की हुई डिपॉजिट
मुंबई- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने दिसंबर में समाप्त तिमाही के दौरान सालाना आधार पर 62 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 8,432 करोड़ रुपए का शुद्ध फायदा कमाया है। जबकि बीते साल की समान तिमाही में उसे 5,196.22 करोड़ रुपए का प्रॉफिट हुआ था। बैंक के इतिहास में यह अब तक का सबसे ज्यादा तिमाही फायदा है।
नतीजों के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में उसकी ब्याज से आय 6.5 फीसदी बढ़कर 30,687 करोड़ रुपए हो गई, जो बाजार के 30,687 करोड़ रुपए के अनुमान से कम है। हालांकि, नेट इंटरेस्ट मार्जिन सालाना आधार पर 6 बेसिस प्वाइंट बढ़कर 3.4 फीसदी हो गया, जो उम्मीद के अनुरूप रहा।
बैंक ने कहा, भले ही सालाना आधार पर प्रोविजन घट गए, लेकिन लोन लॉस प्रोविजन 2,290 करोड़ रुपए से बढ़कर 3,096 करोड़ रुपए हो गए। कोविड-19 से संबंधित प्रोविजंस 6,183 करोड़ रुपए रहे। कोविड-19 रिजॉल्युशंस प्लान 1.0 और 2.0 के तहत एसबीआई की रिस्ट्रक्चरिंग बुक 32,895 करोड़ रुपए या लोन बुक की 1.2 फीसदी रही।
बैंक ने कहा कि तिमाही के दौरान उसकी कुल क्रेडिट ग्रोथ सालाना आधार पर 8.5 फीसदी रही, जबकि घरेलू लोन ग्रोथ 6.5 फीसदी रही। बैंक ने कुल 26.64 लाख करोड़ रुपए की उधारी दी। इसमें से कॉर्पोरेट सेक्टर को 7.83 लाख करोड़ रुपए जबकि रिटेल और पर्सनल सेगमेंट को 9.52 लाख करोड़ रुपए की उधारी दी गई। इसमें से होम लोन का हिस्सा 5.38 लाख करोड़ रुपए रहा। दिसंबर 2020 में होम लोन का हिस्सा 4.84 लाख करोड़ रुपए था जबकि रिटेल और पर्सनल लोन का हिस्सा 9.52 लाख करोड़ रुपए था। इसमें 14.57 पर्सेंट की जबकि होम लोन में 11.15 पर्सेंट की तेजी रही। बैंक का ग्रॉस बुरा फंसा कर्ज यानी एनपीए 4.5 पर्सेंट रहा जबकि शुद्ध एनपीए 1.34 पर्सेंट रहा।