कॉग्निजेंट इस साल में 50 हजार फ्रेशर्स को देगी नौकरी, 31 पर्सेंट कर्मचारियों ने छोड़ी कंपनी  

मुंबई- कॉग्निजेंट जनवरी से दिसंबर 2022 में भारत से 50,000 फ्रेशर्स को हायर करने की योजना बनाई है। इतनी बड़ी भर्ती कंपनी पहली बार कर रही है। अमेरिकी शेयर बाजार नैस्डैक में लिस्टेड इस कंपनी ने साल 2021 में भारत में रिकॉर्ड तोड़ 33,000 फ्रेशर्स की भर्ती की थी। हालांकि कंपनी छोड़कर जाने वालों कर्मचारियों की संख्या भी इस इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा इसी की है। पिछले साल की चौथी तिमाही में इसके 33% कर्मचारियों ने नौकरी छोड़ी थी।  

कॉग्निजेंट इंडिया के चेयरमैन राजेश नांबियार ने कहा कि एक तरफ इस इंडस्ट्री में दिसंबर तिमाही में ज्यादा कर्मचारियों ने नौकरी छोड़ी है, पर हम तिमाही के आधार पर इसमें थोड़ी राहत पाने में कामयाब रहे हैं। हम कंपनी के भीतर ऐसा कर रहे हैं ताकि कम एट्रिशन रेट कायम रहे। एट्रिशन का मतलब कर्मचारियों के कंपनी छोड़ने की दर। उन्होंने कहा कि लेकिन यह (एट्रिशन) हमेशा बाजार पर निर्भर होता है।  

नांबियार ने यह भी कहा कि इतनी बड़ी संख्या में लोगों को नियुक्त करने की हमारी प्रतिबद्धता कॉग्निजेंट के इतिहास में सबसे ज्यादा रही है और हम उसे दोगुना कर रहे हैं। वर्ष 2021 में इसके रेवेन्यू में 10% से अधिक की वृद्धि रही जो 18.5 बिलियन डॉलर रहा। 2015 के बाद कंपनी के रेवेन्यू में पहली बार दोहरे अंकों में बढ़त रही। 

इसके उलट अन्य IT कंपनियों में कम कर्मचारियों ने नौकरी छोड़ी है। इंफोसिस के 25.5%, विप्रो के 22.7%, टेक महिंद्रा के 24%, TCS के 15.3 और HCL टेक के 19.8% कर्मचारियों ने दिसंबर तिमाही में नौकरी छोड़ी थी। 

उन्होंने कहा कि यह अभी भी हमारे रेवेन्यू का 32% है। मुझे लगता है कि हमारा ग्रोथ मार्केट से बेहतर है और हम 2022 में 20 बिलियन डॉलर को पार करने वाले हैं। डिजिटल अवसर सकारात्मक गति प्रदान करते हैं। हम डिजिटल पर दोगुना काम कर रहे हैं जो अधिक से अधिक ग्राहकों से सीधा कनेक्ट होता है। हम 2022 को एक शानदार साल बनाने की राह पर हैं। 

वैसे देश की टॉप 5 सूचना एवं प्रौद्योगिकी (IT) कंपनियों ने वित्तवर्ष 2022-23 में 1.82 लाख फ्रेशर्स को नौकरी देने का लक्ष्य रखा है। डिजिटलाइजेशन की वजह से इस सेक्टर्स में रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं। वित्तवर्ष मतलब अप्रैल 2022 से मार्च 2023 के बीच यह रोजगार मिलेगा। इन पांच कंपनियों में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस (TCS), HCL टेक, विप्रो और टेक महिंद्रा के साथ इंफोसिस है।  

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