अडाणी ग्रुप उतर सकता है इलेक्ट्रिक व्हीकल सेक्टर में
मुंबई- पोर्ट से लेकर पावर सेक्टर तक फैला अडाणी ग्रुप अब इलेक्ट्रिक व्हीकल सेक्टर में उतर सकता है। इस सेक्टर में अडाणी की सीधी टक्कर टाटा और रिलायंस के साथ होगी।
दरअसल अडाणी ग्रुप पोर्ट और एयरपोर्ट जैसे सेक्टर में है, जहां कॉमर्शियल व्हीकल की जरूरत होती है। इसी कामों के लिए कंपनी अपने प्रोडक्ट का पहले इस्तेमाल करेगी। इसके साथ ही यह बैटरीज का निर्माण करेगी और पूरे देश में चार्जिंग स्टेशन भी लगाएगी।
इस योजना के सामने आने के बाद ग्रुप की कंपनी अडाणी ग्रीन एनर्जी का शेयर शुक्रवार को एक साल के ऊपरी स्तर 1,990 रुपए पर चला गया। साथ ही इसका मार्केट कैप भी 3 लाख करोड़ रुपए को पार कर गया। ग्रुप की 6 लिस्टेड कंपनियों में यह पहली कंपनी है जो 3 लाख करोड़ रुपए वाली बन गई है। यह तब हुआ, जब बाजार में चार दिन से लगातार भारी गिरावट है। आज भी सेंसेक्स 600 पॉइंट्स नीचे है।
भारत के दूसरे सबसे अमीर बिजनेसमैन गौतम अडाणी की कंपनी अडाणी ट्रेडमार्क का उपयोग इलेक्ट्रिक व्हीकल के लिए करेगी। ग्रुप पहले इलेक्ट्रिक कॉमर्शियल व्हीकल पर फोकस करेगा। इसमें कोचेस, बसेस और ट्रक शामिल होंगे। इसका उपयोग शुरुआत में ग्रुप के कामकाज के लिए किया जाएगा।
अडाणी ग्रुप ग्रीन प्रोजेक्ट पर फोकस कर रहा है। उसका यह नया फोकस एरिया इसी के इर्द-गिर्द रहेगा। इस ग्रुप ने हाल में ग्रीन हाइड्रोजन प्रोडक्ट के लिए एक नई सब्सिडियरी बनाई है। इसमें लो कार्बन इलेक्ट्रिसिटी और विंड टर्बाइन का निर्माण किया जाएगा। इसी में सोलर मॉडयूल्स और बैटरीज भी बनेंगी। यह दुनिया की सबसे बड़ी रिन्यूएबल एनर्जी कंपनियों में शामिल होगी।
अडाणी ग्रुप ने पिछले साल नवंबर में कहा था कि वह 70 अरब डॉलर का निवेश नए एनर्जी बिजनेस में करेगा। यह रकम अगले दस सालों में खर्च की जाएगी। ग्रुप का इंफ्रा पर ज्यादा ध्यान रहता है और इसने गुजरात के मुंद्रा में स्पेशल इकोनॉमिक जोन में रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर भी स्थापित करने की योजना बनाई है। इसके जरिए इलेक्ट्रिक मोबिलिटी पर फोकस किया जाएगा।