मुलायम यादव की बहू भाजपा में हुईं शामिल, बोलीं मोदी और योगी पसंद

मुंबई- विधानसभा चुनाव के ठीक पहले उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका लगा। मुलायम सिंह की छोटी बहू अपर्णा यादव बुधवार को भाजपा में शामिल हो गईं। वे लखनऊ कैंट से टिकट नहीं मिलने से अखिलेश से नाराज थीं। अपर्णा मुलायम सिंह यादव के छोटे बेटे प्रतीक यादव की पत्नी हैं।

अपर्णा ने भाजपा की सदस्यता लेने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार जताया। उन्होंने कहा कि मैं राष्ट्र की आराधना करने निकली हूं। अपर्णा को पार्टी की सदस्यता दिलाते हुए स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि अपर्णा के भाजपा में आने से पार्टी का कद बढ़ेगा।

अपर्णा यादव के भाजपा में शामिल होने की खबरें पिछले तीन दिनों से चल रही थीं। कहा जा रहा था परिवार में सब-कुछ ठीक है। शिवपाल ने भी अपर्णा को परिवार की पार्टी में रहने की सलाह दी थी। साथ ही अखिलेश ने भी कहा था कि परिवार में सब ठीक है। फिर अचानक ऐसा क्या हुआ कि अपर्णा भाजपा में शामिल हो गईं।

अपर्णा यादव के भाजपा में शामिल होने के पीछे अखिलेश यादव का वो फैसला है, जिसने परिवार में भूचाल ला दिया है। सूत्रों का दावा है कि अखिलेश यादव ने फैसला किया है कि इस बार किसी भी कीमत पर परिवार के किसी भी सदस्य को टिकट नही देंगे। अखिलेश के इस फैसले के बाद ही अपर्णा ने भाजपा में शामिल होने का फैसला किया।

मुलायम परिवार के सूत्रों की मानें तो अपर्णा हर कीमत पर इस बार विधानसभा का चुनाव लड़ना चाहती हैं। इसको लेकर अपर्णा लगातार मुलायम सिंह यादव पर दबाव डाल रही थींं। सूत्रों का तो यह भी दावा है कि मुलायम सिंह यादव ने अपर्णा के टिकट के लिए अखिलेश से भी बात की थी, लेकिन कोई नतीजा नही निकला।

जब अपर्णा की भाजपा में जाने की बात शुरु हुई तो फिर परिवार में कलह मच गई और अपर्णा ने अपना फैसला टाल दिया। कहा गया कि अब अपर्णा परिवार और पार्टी में ही रहेंगी, लेकिन आज अपर्णा आखिरकार भाजपा में शामिल गईं। भाजपा सूत्रों का दावा है कि अपर्णा से पार्टी में शामिल होने के लिए बातचीत लगातार चल रही थी। इसे बेहद गोपनीय रखा गया। अपर्णा लगातार मुख्यमंत्री योगी के संपर्क में थीं।

मंगलवार की शाम करीब 3 बजे शिवपाल यादव अखिलेश से मिलने समाजवादी पार्टी के दफ्तर पहुंचे। उस दौरान उनकी कार में अपर्णा के छोटे भाई अमन विष्ट भी मौजूद थे। खबर है कि अखिलेश ने परिवार के किसी भी सदस्य को भी टिकट देने से साफ इनकार कर दिया। अपर्णा यादव भाजपा से कैंट सीट की दावेदारी भी कर रही हैं। अपर्णा यादव ने 2017 का विधानसभा चुनाव लखनऊ कैंट सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट पर लड़ा था। उन्हें BJP की रीता बहुगुणा जोशी के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।

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