फिर सपा नेता के घर इनकम टैक्स का छापा, 150 करोड़ मिले

मुंबई- कानपुर के इत्र कारोबारी और सपा नेता पीयूष जैन के घर से इनकम टैक्स को 150 करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम मिली है। गुरुवार दोपहर को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीम ने जैन के घर पर रेड डाली थी। पीयूष जैन के घर में बड़े-बड़े कार्टन्स में नोट भरे मिले हैं। पीयूष जैन अखिलेश यादव के करीबी हैं और उन्होंने पिछले दिनों समाजवादी इत्र लॉन्च किया था।

अधिकारियों के मुताबिक, पीयूष जैन की करीब 40 कंपनियां हैं। इनमें कई फर्जी कंपनियां भी शामिल हैं। इन कंपनियों के जरिए टैक्स चोरी की गई है। कन्नौज में इत्र बनता है और मुंबई में इनका शोरूम है। जहां से इत्र देश और विदेशों में सप्लाई होता है। छापे के जो फोटो सामने आए, उनमें दिख रहा है कि अलमारी में कार्टन में भरकर नोट रखे गए थे। 500 रुपए के नोटों की गडि्डयों के बंडल बनाकर पूरा कैश रखा गया था। इन बंडलों को ऐसे पैक कर रखा गया था कि इन्हें आराम से कहीं भी कोरियर किया जा सके। IT की टीम नोट गिनने की चार मशीनें लेकर पहुंची थी। बाद में नोट गिनने के लिए कुछ और मशीनें मंगाई गईं।

रकम इतनी ज्यादा थी कि देर रात तक 4 मशीनों से 40 करोड़ रुपए गिन पाए। बाकी नोटों की गिनती आज होगी। गिनती के बाद रकम 150 करोड़ से ज्यादा भी निकलने की आशंका है। नोट गिनने के लिए SBI के अधिकारियों को भी बुलाया गया है। उनकी मदद से कैश की गिनती की जा रही है। कारोबारी पीयूष जैन सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबी हैं। कुछ दिनों पहले ही पीयूष जैन ने समाजवादी पार्टी नाम से इत्र लांच किया था। इसको लेकर वह सुर्खियों में भी रहे हैं।

बुधवार को शिखर पान मसाला के यहां GST और इनकम टैक्स की छापेमारी हुई थी। सूत्रों ने बताया कि इसी दौरान IT टीम को पीयूष जैन और सुपारी कारोबारी केके अग्रवाल के द्वारा टैक्स चोरी की टिप मिली थी। इसके बाद गुरुवार को पीयूष जैन और केके अग्रवाल के यहां IT टीम ने छापेमारी की। अग्रवाल के घर से क्या बरामद हुआ इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।

GST विभाग के मुताबिक, शिखर पान मसाला फैक्ट्री में की गई छापेमारी के दौरान ये पाया गया कि ई वे बिल न बनाना पड़े, इसके लिए फर्जी फर्म के नाम से 50 हजार रुपए से कम के फर्जी इनवाइस बनाए जाते थे। ट्रांसपोर्टर के यहां खड़े 4 ट्रकों में 200 फर्जी इनवाइस भी बरामद हुई हैं। फैक्ट्री में स्टॉक चेक करने पर कच्चे माल और तैयार माल में काफी अंतर पाया गया।

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