निवेशकों के डूबे आज 7 लाख करोड़ रुपए, टाटा स्टील 5, एसबीआई और इंडसइंड 4-4% गिरे
मुंबई- बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स अपने हाई से दो महीने में 10.30% टूट चुका है। अगर ओमिक्रॉन और अन्य कारण इसी तरह से बनते रहे तो बाजार में आगे 10% की और गिरावट आ सकती है। आज सेंसेक्स 1189 अंक गिरकर 55,822 पर बंद हुआ। निवेशकों को आज 7 लाख करोड़ रुपए का घाटा हुआ है। मार्केट कैप 259 लाख करोड़ से घटकर 252 लाख करोड़ रुपए पर आ गया है।
सेंसेक्स 19 अक्टूबर को अपनी ऐतिहासिक ऊंचाई 62,245 पर पहुंचा। यह 60 दिन में यानी 20 दिसंबर तक 6600 पॉइंट्स से ज्यादा गिरकर आज 55,500 पॉइंट्स पर जा पहुंचा है। इसी दौरान निफ्टी अपने शिखर से करीबन 2000 पॉइंट्स या 10.5% टूटकर 16,496 पर पहुंच गया है। 18 अक्टूबर के बाद से अब तक निवेशकों के 22 लाख करोड़ रुपए डूब चुके हैं। लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 274.69 लाख करोड़ रुपए से घट कर 252 लाख करोड़ रुपए आ गया है। 10 दिसंबर को देखें तो मार्केट कैप 267.68 लाख करोड़ रुपए था। यानी निवेशकों के 14 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम डूब गई है।
बाजार में गिरावट के प्रमुख कारण देखें तो दुनियाभर में ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों से ग्लोबल बाजार सहमे हुए हैं। यूरोप के कई देशों में लॉकडाउन लग गया है। इसका असर ग्लोबल इकोनॉमी पर पड़ेगा। इस वजह से शेयर बाजार में कमजोरी दिख रही है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरें बढ़ाने के संकेत दिए हैं। भारतीय रिजर्व बैंक भी अगले साल दरें बढ़ा सकता है। दरें बढ़ने की आशंका में भी बाजार में गिरावट दिख रही है। विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) भी बाजार से पैसे निकाल रहे हैं। 80 दिनों में 40 हजार करोड़ निकाले हैं।
वैसे कुछ जानकार मानते हैं कि बाजार में अब तेजी आ सकती है। दो दिनों की गिरावट ने निवेशकों को खरीदने का मौका दे दिया है। निवेशकों को इस गिरावट में अच्छी क्वालिटी वाले शेयर लेने चाहिए।
आज बाजार में बैंकिंग स्टॉक ने दबाव बनाया है। बैंकिंग स्टॉक्स 5% तक टूट गए हैं। इंडसइंड बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक 15-15% और SBI 11% एक महीने में गिरा है। इंडसइंड और टाटा स्टील के साथ रिलायंस और टाइटन भी आज 4-4% टूटे हैं। बाजार की आज गिरावट ऐसी रही कि कोई भी शेयर इससे बच नहीं पाया। सोलंकी कहते हैं कि जो निवेशक आक्रामक निवेश करना चाहते हैं तो वे अच्छी क्वालिटी के शेयर में निवेश कर सकते हैं, जिसमें गिरावट आ चुकी है।