प्रिया गोल्ड बिस्किट खा रहे हैं तो सावधान, खाद्य सुरक्षा विभाग ने लगाई इसके बैच पर रोक
मुंबई- कश्मीर में खाद्य सुरक्षा को लेकर बड़ा अलर्ट जारी हुआ है। फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट ने मुनाफाखोरी के चक्कर में लोगों की सेहत से खिलवाड़ करने वालों पर सख्त कार्रवाई की है। प्रियागोल्ड बिस्किट के एक बैच और अजवा पैकेज्ड वॉटर ब्रांड की बिक्री पर रोक लगा दी गई है। यह फैसला इन उत्पादों के सैंपल की जांच में मिलावट पाए जाने के बाद लिया गया है। अजवा पानी में ई-कोली और कोलीफॉर्म बैक्टीरिया मिले हैं, जो इसे पीने लायक नहीं बनाते।
प्रियागोल्ड के ‘बटर डिलाइट’ बिस्किट में सल्फाइट की मात्रा तय सीमा से ज्यादा पाई गई। इससे पहले स्नोड्रॉप वॉटर बॉटल में आर्सेनिक मिलने पर भी बैन लगाया गया था। इन घटनाओं ने कश्मीर में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। हुर्रियत नेता मीरवाइज उमर फारूक ने इस मामले में जनता को जवाब देने और सुधार के उपाय बताने की मांग की है।
जम्मू-कश्मीर में खाद्य पदार्थों में मिलावट का खेल थमने का नाम नहीं ले रहा है। फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट लगातार ऐसे मामलों का पर्दाफाश कर रहा है, जिससे आम जनता की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। हाल ही में, प्रियागोल्ड ब्रांड के ‘बटर डिलाइट’ बिस्किट के एक बैच में सल्फाइट की मात्रा तय सीमा से बहुत ज्यादा पाई गई। यह पता चलते ही अनंतनाग प्रशासन ने तुरंत इस बिस्किट की बिक्री और इस्तेमाल पर रोक लगा दी। सल्फाइट एक ऐसा केमिकल है जिसका ज्यादा सेवन सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।
अजवा नाम के पैकेज्ड वॉटर ब्रांड पर भी फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट ने कड़ा एक्शन लिया है। जांच में इस पानी के सैंपल में ई-कोली और कोलीफॉर्म बैक्टीरिया पाए गए। ये बैक्टीरिया आमतौर पर गंदे पानी में मिलते हैं। इन्हें पीने से पेट की गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। नेशनल फूड टेस्टिंग लेबोरेटरी, गाजियाबाद में हुई जांच के बाद पानी को अनसेफ यानी असुरक्षित घोषित कर दिया गया। इस रिपोर्ट के आधार पर पब्लिक हेल्थ और कंज्यूमर सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए अजवा पैकेज्ड ड्रिंकिंग वॉटर की बिक्री, स्टोरेज, डिस्ट्रीब्यूशन और डिस्प्ले पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है। इसका मतलब है कि अब यह पानी कश्मीर में कहीं भी नहीं बिकेगा और न ही इस्तेमाल किया जा सकेगा।
कश्मीर में सिर्फ बिस्किट और पानी ही नहीं, बल्कि अन्य खाने-पीने की चीजों में भी मिलावट की जा रही है। कुछ समय पहले, कश्मीर में फ्रोजन मीट के खिलाफ एक बड़ा अभियान चलाया गया था। उस दौरान फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट ने 13,000 किलो से ज्यादा सड़ा-गला और खराब मीट जब्त करके नष्ट किया था।

