बैंक और एनबीएफसी में इस साल विदेशी निवेशकों ने खरीदे 65,000 करोड़ का हिस्सा

मुंबई: घरेलू वित्तीय क्षेत्र पर विदेशी निवेशकों ने इस साल जमकर निवेश किया है। 2025 में अब तक करीब 65,000 करोड़ रुपये की हिस्सेदारी खरीदी है। इन विदेशी निवेशकों में ब्लैकस्टोन, अमीरात एनबीडी, इंटरनेशनल, सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉरपोरेशन और अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी हैं। इन्होंने फेडरल बैंक, आरबीआई बैंक, सम्मान कैपिटल, यस बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक जैसे दिग्गज भारतीय निजी बैंकों में निवेश किया है।

फेडरल बैंक के बोर्ड ने वैश्विक एसेट मैनेजमेंट कंपनी ब्लैकस्टोन को 9.99 फीसदी हिस्सा बेचने की मंजूरी दे दी। बैंक ने कहा, इस सौदे का मूल्य 6,196.5 करोड़ रुपये होगा। इस निवेश के लिए बैंक ब्लैकस्टोन को प्रेफरेंशियल इक्विटी शेयर्स और वारंट्स जारी करेगा। वारंट इश्यू मूल्य का 25 प्रतिशत सब्सक्रिप्शन के समय भुगतान किया जाएगा। 75 प्रतिशत वारंट को इक्विटी शेयरों में परिवर्तित किए जाने पर देय होगा। लेनदेन पूरा होने के बाद ब्लैकस्टोन से जुड़ी कंपनी का बैंक में 9.99 फीसदी हिस्सा होगा।

सौदा होने के बाद फेडरल बैंक के बोर्ड ने ब्लैकस्टोन की सहयोगी कंपनी को एक विशेष अधिकार देने की भी मंजूरी दे दी है। इससे वह सभी वारंटों के लागू होने के बाद बोर्ड में एक सेवानिवृत्त गैर-कार्यकारी निदेशक को नामित कर सकेगी। विदेशी निवेशकों का भारी निवेश भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में एक संरचनात्मक बदलाव की शुरुआती आहट जैसा लग रहा है।

साल का पहला बड़ा निवेश जापान की सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉरपोरेशन ने किया। इसने मई में दो अलग-अलग किस्तों में लगभग 17,000 करोड़ रुपये में यस बैंक में 24.2 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी। उसी समय आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने भी वारबर्ग पिंकस से 7,500 करोड़ रुपये और अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी से 2,624 करोड़ रुपये जुटाए।

विदेशी रुचि में वृद्धि भारत की नियामक स्थिरता और भारतीय रिजर्व बैंक के स्वामित्व पर बदलते रुख दोनों में बढ़ते विश्वास को दर्शाती है। आरबीआई स्वामित्व पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। बैंकिंग सुधार लागू हो रहे हैं। हाल में हुए कई सौदे आरबीआई की सोच में एक बड़े बदलाव का संकेत देते हैं। रिकॉर्ड निवेश भारतीय बैंकों के लिए वैश्विक धन उगाहने के विकल्प खोल सकता है, जो फिलहाल बहुत सीमित हैं।

एमिरेट्स एनबीडी आरबीएल में खरीद रहा 60 फीसदी हिस्सा

कुछ ही दिन पहले एमिरेट्स एनबीडी ने आरबीएल बैंक में 26,853 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की है। इसके तहत बैंक में 60 फीसदी तक हिस्सा खरीदेगा। इसमें एक ओपन ऑफर भी शामिल है। यह भारत के वित्तीय सेवा क्षेत्र में अब तक का सबसे बड़ा विदेशी निवेश है। गैर-बैंकिंग क्षेत्र में अबू धाबी की इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी ने 41 फीसदी तक हिस्सा के लिए शेयरों और वारंट के जरिये सम्मान कैपिटल में 8,850 करोड़ रुपये निवेश करेगी।

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