म्यूचुअल फंड हाउसों का एनबीएफसी, रिटेल, कंज्यूमर और हेल्थकेयर शेयर पसंदीदा
मुंबई- म्युचुअल फंड्स ने लार्ज कैप से लेकर स्मॉल कैप तक, कई शेयरों में अपनी दिलचस्पी दिखाई। इस महीने म्युचुअल फंड्स के सेक्टर और स्टॉक आवंटन में अहम बदलाव देखने को मिले। मासिक आधार पर देखा जाए तो एनबीएफसी, रिटेल, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, हेल्थकेयर और टेलिकॉम सेक्टर में निवेश बढ़ा। वहीं प्राइवेट बैंक, ऑटोमोबाइल, टेक्नोलॉजी, ऑयल एंड गैस, कंज्यूमर और यूटिलिटी सेक्टर में निवेश थोड़ा घटा।
जून में म्युचुअल फंड्स ने भारतीय सेकेंडरी बाजार में ₹45,900 करोड़ की खरीदारी की। इसके साथ ही FIIs (विदेशी निवेशकों) ने भी ₹16,700 करोड़ का निवेश किया। हालांकि, मई में म्युचुअल फंड्स के पास कैश और कैश के बराबर संपत्तियां ₹1,961 अरब (6.05%) थीं, जो जून में घटकर ₹1,807 अरब (5.34%) रह गईं। इससे संकेत मिलता है कि जून महीने में म्युचुअल फंड्स ने प्राइमरी और सेकेंडरी इक्विटी बाजारों में कुल ₹15,400 करोड़ का निवेश किया।
लार्ज कैप: लार्ज कैप कैटेगरी में जून 2025 के दौरान म्युचुअल फंड्स ने एशियन पेंट्स, ट्रेंट, बजाज फिनसर्व, इंफोसिस और भारती एयरटेल में सबसे ज्यादा खरीदारी की। जबिक टीसीएस, डीएलएफ, जिंदल स्टील, कोटक महिंद्रा बैंक और कोल इंडिया में बिकवाली देखने को मिली।
मिड कैप: मिड कैप कैटेगरी में जून 2025 के दौरान म्युचुअल फंड्स ने जिन शेयरों में सबसे ज्यादा खरीदारी की, उनमें डिक्सन टेक्नोलॉजी, बायोकॉन, आदित्य बिड़ला कैपिटल, कंटेनर कॉरपोरेशन और स्टार हेल्थ इंश्योरेंस शामिल हैं। वहीं जिन शेयरों में सबसे ज्यादा बिकवाली देखने को मिली, वे थे इंडियन होटल्स कंपनी, मझगांव डॉक, सोलर इंडस्ट्रीज, कोफॉर्ज और मैक्स हेल्थकेयर। इस दौरान न्यू इंडिया एश्योरेंस को पहली बार पोर्टफोलियो में शामिल किया गया।
स्मॉल कैप: स्मॉल कैप कैटेगरी में जून 2025 के दौरान म्युचुअल फंड्स ने केयन्स टेक, ज़ाइडस वेलनेस, कैप्री ग्लोबल, एप्टस वैल्यू हाउसिंग और जुबिलेंट इंग्रेव में ज्यादा खरीदारी की। वहीं बीएसई, सीडीएसएल, हिताची एनर्जी, कैम्स सर्विसेज और मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल में सबसे ज्यादा बिकवाली देखने को मिली।
इस दौरान कैप्री ग्लोबल और सुवेन लाइफ साइंसेज को पोर्टफोलियो में पहली बार शामिल किया गया। जबकि म्युचुअल फंड्स पीएसपी प्रोजेक्ट्स और यूनिपार्ट्स इंडिया से पूरी तरह बाहर निकल गए।
देश के सबसे बड़े फंड हाउस ने एसबीआई म्युचुअल फंड ने जून 2025 में जिन शेयरों में सबसे ज्यादा निवेश बढ़ाया, उनमें एटरनल (₹2,397 करोड़), आईटीसी (₹2,341 करोड़) और एचडीएफसी बैंक (₹1,371 करोड़) शामिल रहे। वहीं जिन शेयरों में सबसे ज्यादा निवेश घटाया गया, वे थे टीसीएस (₹1,191 करोड़), सोलर इंडस्ट्रीज (₹879 करोड़) और महिंद्रा एंड महिंद्रा (₹575 करोड़)। इस दौरान रेमंड रियल्टी और आदित्य बिड़ला लाइफस्टाइल को पहली बार पोर्टफोलियो में शामिल किया गया, जबकि आईटीसी होटल्स से पूरी तरह से बाहर निकल गए।
एचडीएफसी म्युचुअल फंड ने जून 2025 में जिन शेयरों में सबसे ज्यादा निवेश बढ़ाया, उनमें विशाल मेगा मार्ट (₹2,170 करोड़), स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (₹717 करोड़) और हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (₹428 करोड़) शामिल हैं। वहीं जिन शेयरों से निवेश घटाया गया, वे थे इंफोसिस (₹1,060 करोड़), कोल इंडिया (₹510 करोड़) और टेक महिंद्रा (₹337 करोड़)। इस दौरान एलेनबैरी इंडस्ट्रीज और वेंटिव हॉस्पिटैलिटी को पोर्टफोलियो में पहली बार शामिल किया गया जबकि वीएसटी इंडस्ट्रीज से पूरी तरह बाहर निकल गए।
आईसीआईसीआई प्रुडेन्शियल म्युचुअल फंड ने जून 2025 में जिन शेयरों में सबसे ज्यादा निवेश बढ़ाया, उनमें एशियन पेंट्स (₹1,861 करोड़), एनटीपीसी (₹1,677 करोड़) और बजाज फिनसर्व (₹1,665 करोड़) शामिल रहे। वहीं जिन शेयरों में निवेश घटाया गया, वे थे भारती एयरटेल (₹1,795 करोड़), एचडीएफसी बैंक (₹1,265 करोड़) और कमिंस इंडिया (₹837 करोड़)। इस दौरान एचडीबी फाइनेंशियल और कल्पतरु को पोर्टफोलियो में पहली बार जगह दी गई जबकि कारट्रेड टेक से फंड हाउस ने पूरी तरह से दूरी बना ली।
एक्सिस म्युचुअल फंड ने जून 2025 में जिन शेयरों में सबसे ज्यादा निवेश बढ़ाया, उनमें स्विगी (₹460 करोड़), इंफोसिस (₹397 करोड़) और हुंडई मोटर (₹355 करोड़) शामिल रहे। वहीं जिन शेयरों से निवेश घटाया गया, वे थे बीएसई (₹546 करोड़), टीसीएस (₹472 करोड़) और यूनाइटेड स्पिरिट्स (₹193 करोड़)। इस दौरान एचडीबी फाइनेंशियल और एलेनबैरी इंडस्ट्रीज को पोर्टफोलियो में नई एंट्री मिली। जबकि उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक से फंड हाउस पूरी तरह से बाहर निकल गया।

