शीर्ष सात शहरों में महंगे मकानों की बिक्री एक साल में बढ़कर 6,950 यूनिट
मुंबई- दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र यानी एनसीआर में जनवरी से जून के बीच 3,960 लग्जरी मकानों की बिक्री हुई है। इनकी प्रत्येक की औसत कीमत 6 करोड़ रुपये या उससे अधिक है। सालाना आधार पर बिक्री तीन गुना से ज्यादा बढ़ी है। एक साल पहले समान अवधि में 1,280 मकान बिके थे। शीर्ष सात शहरों में कुल बिक्री बढ़कर 6,950 पर पहुंच गई, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 3,750 इकाइयों पर थी।
सीबीआरई और एसोचैम की रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी-जून 2025 के दौरान महंगे मकानों की बिक्री सालाना आधार पर 85 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इसमें शीर्ष सात शहरों में लगभग 7,000 घर बिके हैं। बंगलूरू और हैदराबाद में 5 करोड़ रुपये और उससे अधिक मूल्य को लग्जरी माना गया है। पुणे, चेन्नई और कोलकाता में 4 करोड़ रुपये और उससे अधिक मूल्य के घरों को लग्जरी श्रेणी में रखा गया है।
मुंबई में लग्जरी घरों की बिक्री बढ़कर 1,240 इकाई हो गई, जो एक साल पहले इसी अवधि में 950 इकाई थी। बंगलूरू में बिक्री 80 से बढ़कर 200 हो गई। कोलकाता में 70 से दोगुना से ज्यादा बढ़कर 190 इकाई हो गई। चेन्नई में बिक्री तीन गुना बढ़कर 220 और हैदराबाद में बिक्री 1,140 से घटकर 1,025 इकाई रह गई। पुणे में भी घटकर 120 इकाई रह गई।
सीबीआरई इंडिया के एमडी (कैपिटल मार्केट्स एंड लैंड) गौरव कुमार ने कहा, व्यापक आर्थिक बुनियादी ढांचे मज़बूत बने हुए हैं, लेकिन लग्जरी और प्रीमियम आवासों की उल्लेखनीय वृद्धि उपभोक्ताओं के बढ़ते विश्वास और जीवनशैली संबंधी आकांक्षाओं का संकेत है। डेवलपर्स गुणवत्ता, पारदर्शिता और अनुभव पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जो इस क्षेत्र में विकास की अगली लहर को गति देने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
एसोचैम के महासचिव मनीष सिंघल ने कहा, आवास क्षेत्र में तेजी और नीतिगत बदलाव से ऐसे सुधारों की आवश्यकता उजागर होती है, जो मंजूरी को आसान बनाएं, शहरी भारत में सस्ते आवास को पुनर्परिभाषित करें और सतत विकास को प्रोत्साहित करें।