मध्यम अवधि में देश में 6 फीसदी तक बढ़ सकती हैं मकानों की कीमतें
मुंबई- लगातार दो वित्त वर्षों में 10 फीसदी से ज्यादा बढ़ने के बाद मध्यम अवधि में मकानों की कीमतें औसतन 4 से 6 फीसदी तक बढ़ सकती हैं। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने कहा, चालू और अगले वित्त वर्ष में स्थिर बिक्री की उम्मीद है, क्योंकि कोरोना के बाद तीन साल की रिकवरी के बाद मांग स्थिर है।
रेटिंग एजेंसी ने कहा, मकानों की मांग में मध्यम अवधि में 5-7 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है। आपूर्ति के मांग से अधिक रहने की उम्मीद है। इससे चालू और अगले वित्त वर्ष में मकानों की इन्वेंट्री बढ़ सकती है। क्रिसिल ने 75 रियल एस्टेट कंपनियों का विश्लेषण किया है, जो देश में आवासीय बिक्री का लगभग 35 प्रतिशत हिस्सा हैं। तीन वित्त वर्षों के दौरान मूल्य के लिहाज से बिक्री लगभग 26 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) से बढ़ी है। मांग 14 फीसदी बढ़ी है।