एनडीए के 11 साल में प्रति व्यक्ति कमाई 1.69 गुना बढ़ी, यूपीए के 10 साल में 2.65 गुना
मुंबई- भारत भले ही जापान को पीछे छोड़कर मामूली रूप से बढ़कर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया हो, लेकिन प्रति व्यक्ति कमाई के मामले में यह 143वें नंबर पर है। यानी प्रति व्यक्ति कमाई अभी भी ढाई लाख रुपये सालाना से नीचे है। हालात यह है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए के पिछले 11 साल के कार्यकाल में प्रति व्यक्ति की आमदनी 1.89 गुना बढ़ी जबकि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन यानी यूपीए के 10 साल के कार्यकाल में हर व्यक्ति की कमाई 2.64 गुना बढ़ी थी।
हर आदमी की आमदनी 2024 में बढ़कर 2,878 डॉलर साल में रही है जो 2013 में 1438 डॉलर रही थी। इससे पहले 2003 में वाजपेयी सरकार के समय में प्रति व्यक्ति की आय 543 डॉलर थी जो 2013 के मनमोहन सिंह के कार्यकाल में बढ़कर 1,438 डॉलर हो गई। मनमोहन सिंह 2004 में प्रधानमंत्री बने थे।
इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड यानी आईएमएफ के अनुसार, अमेरिका में प्रति व्यक्ति आय इस समय 75.89 लाख रुपये सालाना है। चीन में यह 11.65 लाख रुपये और जर्मनी में 47.61 लाख रुपये सालाना कमाई है। भारत के लोग सालाना महज 2.45 लाख रुपये कमाई करते हैं जबकि जापान हमसे पीछे है फिर भी वहां के लोगों की कमाई 28.92 लाख रुपये सालाना है।
इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड यानी IMF के डेटा के अनुसार जापान को पीछे छोड़कर भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है, लेकिन प्रति व्यक्ति आय के मामले में भारत अभी काफी पीछे है। जापान की तुलना में देश की आय 12 गुना कम है।
आईएमएफ की रिपोर्ट के अनुसार, भारत 2028 में जर्मनी को पीछे छोड़कर तीसरे नंबर पर आ सकता है, लेकिन प्रति व्यक्ति कमाई में यह तब भी बहुत पीछे रहेगा। दरअसल, भारत भले ही बढ़ती इकनॉमी है लेकिन यहां लोगों का सामाजिक दायरा और रहन सहन का स्तर अभी भी दुनिया में सबसे नीचे है। 80 करोड़ गरीब अभी भी हैं जिनको सरकार हर महीने राशन देती है।