वर्ष 2027 तक 3.07 लाख करोड़ रुपये पहुंच जाएगा मीडिया-मनोरंजन बाजार
मुंबई- भारतीय मीडिया और मनोरंजन उद्योग 2027 तक सात प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि के साथ 3.07 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा। अर्न्स्ट एंड यंग यानी ईवाई की रिपोर्ट के अनुसार, 2025 में 7.2 प्रतिशत की दर से बढ़कर 2.68 लाख करोड़ रुपये हो जाएगा। यह क्षेत्र 2024 में 81 अरब रुपये बढ़कर 2.5 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया था।
रिपोर्ट के अनुसार, मीडिया एवं मनोरंजन उद्योग में वृद्धि मुख्य रूप से नए मीडिया (डिजिटल और ऑनलाइन गेमिंग) के कारण हुई। नए मीडिया में 113 अरब रुपये की वृद्धि हुई जो 12 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। इस क्षेत्र के कुल राजस्व में इसका योगदान 41 प्रतिशत हो गया। इसके विपरीत, टीवी, प्रिंट, रेडियो और संगीत जैसे पारंपरिक मीडिया के सामूहिक राजस्व में तीन प्रतिशत (30 अरब रुपये) की गिरावट आई। इनका हिस्सा कुल क्षेत्र में 41 प्रतिशत रह गया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2024 तक मीडिया एवं मनोरंजन क्षेत्र 2019 में महामारी पूर्व के शीर्ष से 30 प्रतिशत ऊपर पहुंच गया। इस क्षेत्र ने भारत के सकल घरेलू उत्पाद में 0.73 प्रतिशत का योगदान दिया। विज्ञापन का योगदान 0.38 प्रतिशत है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) को अपनाने से मीडिया और मनोरंजन कंपनियों के राजस्व में 10 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है और लागत में 15 प्रतिशत की कमी आ सकती है।
भारत में मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र में वर्तमान में 28 लाख लोग कार्यरत हैं। लगभग एक करोड़ अप्रत्यक्ष नौकरियां सृजित हुई हैं। मुख्य रूप से इवेंट, संगीत और सामग्री उत्पादन सेगमेंट में। प्रत्यक्ष रोजगार मामले में ऑनलाइन गेमिंग, डिजिटल और ओटीटी सबसे तेजी से बढ़ते क्षेत्र हैं।