दुबई में एप के प्रमोटर की शादी में खर्च हुए 200 करोड़, ईडी ने मारा छापा 

मुंबई- ऑनलाइन सट्टा खेलाने वाले एक ऐप के अंजान प्रमोटर की शादी में हुए खर्च के बारे में जानकार आप भी चौंक जाएंगे। महादेव बेटिंग ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकार ने दुबई में धूमधाम से शादी की। इस पर 200 करोड़ रुपये उड़ाए। नागपुर से अपने रिश्तेदारों और सिलेब्रिटीज को लाने के लिए उसने प्राइवेट जेट भेजे। यह सारा लेनदेन कैश में हुआ। ईडी की जांच में यह बात सामने आई है। एजेंसी ने गुरुवार को महादेव ऐप से जुड़े 39 ठिकानों पर छापे मारकर 417 करोड़ रुपये के शेयर और दूसरे एसेट्स बरामद किए। 

छत्तीसगढ़ के भिलाई का रहने वाला सौरभ चंद्राकर दुबई में रहता है और वहीं से ऑनलाइन सट्टे का गिरोह चलाता है। जांच में यह बात सामने आई है कि उसने सट्टेबाजी से हुई कमाई का एक बड़ा हिस्सा एफपीआई रूट से भारतीय शेयर मार्केट में निवेश कर रखा है। चंद्राकर और उसका पार्टनर रवि उप्पल महादेव ऐप के प्रमोटर हैं। दोनों भिलाई के रहने वाले हैं और दुबई में बैठकर भारत में सट्टेबाजी गिरोह चलाते हैं।  

चंद्राकर की शादी इसी साल यूएई के छठे सबसे बड़े शहर आरएके में हुई थी। जांच के मुताबिक उसने अपनी शादी के लिए वेडिंग प्लानर को 120 करोड़ रुपये दिए थे और नागपुर से अपने रिश्तेदारों को लाने के लिए प्राइवेट जेट भेजे थे। शादी में परफॉर्म करने के लिए बॉलीवुड की सिलेब्रिटीज को भी बुलाया गया था। इसके लिए सारा पेमेंट हवाला के जरिए कैश में किया गया। 

ईडी के मुताबिक डिजिटल सबूतों से पता चला है कि हवाला के जरिए 112 करोड़ रुपये योगेश बापट की इवेंट मैनेजमेंट कंपनी आर-1 इवेंट्स प्राइवेट लिमिटेड को दिए गए। इसी तरह होटल बुकिंग के लिए 42 करोड़ रुपये की पेमेंट यूएई की करेंसी दिरहम में की थी।  

ईडी ने गुरुवार को महादेव ऐप बेटिंग सिंडिकेट के 39 ठिकानों पर छापेमारी की। रायपुर, भोपाल, कोलकाता और मुंबई में छापेमारी की गई। इनमें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दो ओएसडी और एक राजनीतिक सलाहकार के ठिकाने भी शामिल हैं। इन लोगों पर आरोपी को बचाने के लिए भारी रिश्वत लेने का आरोप है। एजेंसी ने इस मामले में 15 लोगों को गिरफ्तार किया है। 

ईडी का कहना है कि महादेव ऑनलाइन बुक बेटिंग ऐप एक अंब्रेला सिंडिकेट है। यह अवैध बेटिंग वेबसाइट्स को नए यूजर बनाने, यूजर आईडी बनाने और पैसों की हेराफेरी में मदद करता है। दुबई में बैठे मास्टरमाइंड्स के लिए एएसआई रैंक का अधिकारी नेटवर्किंग का काम करता है। उसके तार अफसरों और राजनीतिक आकाओं से जुड़े हैं।  

एजेंसी का कहना है कि इवेंट मैनेजर्स, ट्रैवल एजेंट्स और हवाला कारोबारियों पर छापेमारी में इस नेटवर्क का पता चला है। भोपाल की कंपनी रैपिड ट्रैवल्स ने चंद्राकर के रिश्तेदारों और सिलेब्रिटीज को दुबई भेजने के लिए टिकट की व्यवस्था की थी जबकि अवैध कैश लेनदेन का काम कोलकाता के विकास छापरिया के जरिए हुआ था। इसमें महादेव ऐप प्रमोटर्स के साथियों ने भी मदद की थी। 

ईडी ने छापरिया और उसके साथी गोविंद केडिया के ठिकानों पर छापेमारी की थी। उनकी कंपनियों परफेक्ट प्लान इन्वेस्टमेंट्स एलएलपी, एक्जिम जनरल ट्रेडिंग एफजेसीओ और टेकप्रो आईटी सॉल्यूशंस एलएलसी ने भी भारतीय शेयर बाजारों में भारी निवेश किया है। यह निवेश एफपीआई रूट के जरिए किया गया है। ईडी ने कहा कि विकास छापरिया की कंपनियों की 236 करोड़ रुपये की एसेट्स को पीएमएलए के तहत फ्रीज कर दिया गया है। साथ ही केडिया की डीमैट होल्डिंग्स में 160 करोड़ रुपये की एसेट भी फ्रीज कर दी गई है। 

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