वस्तुओं का निर्यात लगातार चौथे महीने गिरकर 37 अरब डॉ़लर के करीब पहुंचा
मुंबई- अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय सामान पर 2 अप्रैल से रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने की घोषणा की है। इससे भारत को सालाना करीब 7 अरब डॉलर का नुकसान हो सकता है। चीन के बाद अमेरिका भारत का दूसरा बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर है। पेट्रोलियम कीमतों में उतार-चढ़ाव और वैश्विक अनिश्चितताओं के कारण फरवरी में भारत का वस्तुओं का निर्यात लगातार चौथे महीने घटकर 36.91 अरब डॉलर रह गया।
पिछले साल के समान महीने में देश का निर्यात 41.41 अरब डॉलर रहा था। हालांकि, वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, फरवरी में व्यापार घाटा कम होकर 14.05 अरब डॉलर रह गया। इसकी वजह यह है कि इस महीने देश का आयात घटकर 50.96 अरब डॉलर पर आ गया। निर्यात के आंकड़ों के मुकाबले आयात का आंकड़ा अधिक होने पर व्यापार घाटे की स्थिति बनती है।
कुल मिलाकर, चालू वित्त वर्ष के पहले 11 महीनों (अप्रैल-फरवरी अवधि) में वस्तु और सेवा निर्यात 6.24% बढ़कर $750.53 अरब हो गया जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह $706.43 अरब था। पिछले चार महीनों (नवंबर, 2024-फरवरी-2025) के दौरान भारत के उत्पाद निर्यात में मूल्य के लिहाज से गिरावट देखी गई।
जनवरी में उत्पाद निर्यात $36.43 अरब रहा जबकि एक साल पहले यह $37.32 अरब था। दिसंबर में यह $38.01 अरब रहा जबकि दिसंबर 2023 में यह $38.39 अरब था। वहीं नवंबर, 2024 में उत्पाद निर्यात $32.11 अरब रह गया जो एक साल पहले की समान अवधि में $33.75 अरब था।