इन्फोसिस के पूर्व एमडी क्रिस गोपालकृष्णन पर एससी, एसटी के तहत मामला दर्ज
मुंबई- कर्नाटक पुलिस ने इंफोसिस के को-फाउंडर सेनापति क्रिस गोपालकृष्णन और भारतीय विज्ञान संस्थान (IISC) के पूर्व निदेशक बलराम समेत 16 अन्य लोगों के खिलाफ SC/ST अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।
शिकायतकर्ता दुर्गाप्पा बोवी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। वे IISC के सेंटर फॉर सस्टेनेबल टेक्नोलॉजी में फैकल्टी मेंबर के रूप में काम कर चुके हैं। उन्होंने इन सभी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। दुर्गाप्पा का कहना है कि उन्हें हनी ट्रैप के झूठे मामले में फंसाकर उनके खिलाफ साजिश रची गई और इसके बाद उन्हें IISC की नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया। शिकायत में उन्होंने आरोप लगाया कि इस दौरान उन्हें जातिवादी गालियां दी गईं और धमकाया गया।
दुर्गाप्पा ने आरोप लगाया कि इस साजिश में क्रिस गोपालकृष्णन, गोविंदन रंगराजन, श्रीधर वारियर, संध्या विश्वेश्वरैया, हरि केवीएस, दासप्पा, बलराम पी, हेमलता मिशी, चट्टोपाध्याय के, प्रदीप डी सावरकर और मनोहरन समेत कुल 18 लोग शामिल हैं।
क्रिस गोपालकृष्णन इंफोसिस के को-फाउंडर्स में से एक हैं और 2007 से 2011 तक कंपनी के CEO और MD के रूप में कार्य कर चुके हैं। 2011 से 2014 तक उन्होंने इंफोसिस के उपाध्यक्ष के रूप में भी अपनी सेवाएं दीं। क्रिस गोपालकृष्णन को उनके योगदान के लिए भारत सरकार ने 2011 में पद्म भूषण से सम्मानित किया था।