बाजार की तेजी से 17 लाख करोड़ रुपये बढ़ा इस साल म्यूचुअल फंड का एयूएम
मुंबई- शेयर बाजारों की तेजी के चलते इस साल म्यूचुअल फंड के एसेट अंडर मैनेजमेंट यानी निवेशकों के निवेश का मूल्य 17 लाख करोड़ रुपये बढ़ा है। विश्लेषकों का मानना है कि 2025 में भी इक्विटी बाजार की तेजी के चलते यह मजबूत निवेश का रुझान बना रहेगा। 2024 में निफ्टी 50 और बीएसई सेंसेक्स सूचकांक क्रमशः 8.5 प्रतिशत और 8 प्रतिशत बढ़े हैं।
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों के मुताबिक, खुदरा निवेशकों में बढ़ती जागरुकता के कारण सिस्टैमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) में तेजी बनी रहेगी। 2024 में कुल 45 म्यूचुअल फंड कंपनियों में 9.14 लाख करोड़ रुपये का निवेश आया है। इसमें से इक्विटी केंद्रित स्कीमों में 3.53 लाख करोड़ रुपये, हाइब्रिड स्कीम में 1.44 लाख करोड़ रुपये और और डेट योजनाओं में 2.88 लाख करोड़ आया है।
इक्विटी में मार्च, 2021 से लगातार निवेश आ रहा है। निवेशकों की संख्या इस दौरान 5.6 करोड़ बढ़ी है, जबकि एसआईपी से निवेश 2.4 लाख करोड़ रुपये आया है। एसआईपी से हर महीने 25,000 करोड़ रुपये का निवेश आ रहा है।
इस साल नवंबर के अंत तक म्यूचुअल फंड उद्योग का कुल एयूएम 33 फीसदी बढ़कर 68 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया है। नवंबर, 2023 में यह 50.78 लाख करोड़ रुपये था। 2022 की तुलना में 2023 में यह वृद्धि 27 फीसदी या 11 लाख करोड़ रुपये रही थी।
म्यूचुअल फंड का एयूएम पिछले चार वर्षों में 30 लाख करोड़ रुपये बढ़ा है। हालांकि इस साल के दिसंबर का आंकड़ा जनवरी में आएगा, इसलिए इसमें और ज्यादा बढ़ने की उम्मीद है। दिसंबर, 2022 में कुल एयूएम 40 लाख करोड़, 2021 में 37.72 लाख करोड़ और दिसंबर, 2020 में यह 31 लाख करोड़ रुपये था।
पिछले दो वर्षों में गिरावट के बाद 2024 में लगातार 12वें साल एयूएम में बढ़त हुई है। इस वर्ष उद्योग में वृद्धि को इक्विटी योजनाओं, विशेष रूप से एसआईपी के निवेश से समर्थन मिला।
सेक्टोरल और थीमेटिक फंड प्रमुख आकर्षण के रूप में उभरे हैं। इनका एयूएम दिसंबर 2023 में 2.58 लाख करोड़ रुपये से 79 प्रतिशत बढ़कर 2024 में 4.61 लाख करोड़ रुपये हो गया। इसमें 40 नए फंड के जरिये जुटाए गए 67,000 करोड़ रुपये भी शामिल हैं।

