डीबीएस बैंक के कर्मचारी ने की बड़ी ठगी, साइबर क्राइम में हुआ गिरफ्तार
मुंबई- डीबीएस बैंक के कर्मचारी को गुरुग्राम पुलिस की साइबर क्राइम यूनिट ने साइबर ठगी के आरोप में गिरफ्तार किया है। बैंक कर्मी ऑनलाइन बेटिंग (सट्टेबाजी) के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह को बैंक खाते उपलव्ध करवा रहा था। जिनके खाते का उपयोग फर्जीवाड़े के लिए किया जा रहा था, बिना बताए उनके खाता में ई-मेल आईडी और मोबाइल नम्बर में बदलाव कर रहा था।
पुलिस की मानें तो एक व्यक्ति की ओर से थाना साइबर क्राइम में शिकायत दी गई थी कि उसने डीबीएस बैंक डीएलएफ फेज-2 गुरुग्राम में एक खाता खुलवाया हुआ था। खाते को बंद करवाने के लिए उसने बैंक रिलेशन मैनेजर टीपू सुल्तान को कहा। टीपू सुल्तान ने उसको कहा कि बैंक खाता ब्रांच में आकर बंद करवाना पड़ेगा।
उसके बाद 6 दिसम्बर को उसके मोबाइल नंबर पर बैंक खाता में 15000 रुपये क्रेडिट होने का मैसेज प्राप्त हुआ। इस बारे में बैंक कर्मचारी टीपू सुल्तान को बताया तो उसने कहा कि यह रुपए बैंक की तरफ से आए हैं। आपका खाता बंद हो जाएगा। इसके बाद 9 दिसम्बर को उसके बैंक खाता में लगभग एक करोड़ 96 लाख रुपए क्रेडिट होने का मैसेज आया।
गुरुग्राम पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान साइबर क्राइम यूनिट ने बैंक कर्मचारी टीपू सुल्तान को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में पता चला कि आरोपी जून 2023 से डीबीएस बैंक साइबर सिटी डीएलएफ फेज-2 गुरुग्राम ब्रांच में पर्सनल बैंकर के पद पर नौकरी कर रहा है। इस दौरान बैंक खाता खोलने के लिए इसकी मुलाकात एक व्यक्ति से हुई। संबंधित व्यक्ति ने एक करंट बैंक खाता खुलवाने के लिए कहा लेकिन आवश्यक दस्तावेज ना होने के कारण करंट खाता खोलने से आरोपी ने मना कर दिया।
शक होने पर जब बैंक जाकर पता किया तो मालूम चला कि उसके बैंक रिलेशन मैनेजर टीपू सुल्तान ने बिना जानकारी के बैंक खाता से उसका मोबाईल नंबर व ई-मेल आईडी बदलकर अन्य मोबाइल नंबर व ई-मेल आईडी रजिस्टर कर दिया है. इस पर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
पुलिस प्रवक्ता एएसआई संदीप कुमार ने बताया कि करंट बैंक अकाउंट खुलवाने के लिए संपर्क में आये व्यक्ति ने टीपू सुल्तान को बताया कि उनका ऑनलाइन बेटिंग का काम है। इस काम के लिए उनको एक करंट बैंक अकाउंट की जरूरत है। उस व्यक्ति ने आरोपी बैंकर को एक करंट बैंक अकाउंट उपलब्ध कराने को कहा। इसके बदले टीपू सुल्तान (आरोपी बैंकर) को 5 लाख रुपए का लालच दिया।
लालच में आकर आरोपी बैंकर ने शिकायतकर्ता का बैंक अकाउंट का मोबाइल नंबर तथा ई-मेल आईडी धोखाधड़ी से बदल दी तथा वही बैंक खाता आरोपी ने अपने उस व्यक्ति को दे दिया। वहीं अब इस पूरे मामले में गुरुग्राम पुलिस टीम ने आरोपी के कब्जे से वारदात में प्रयोग किया गया 1 मोबाइल फोन व 2 सिम कार्ड बरामद किए गए है।