अनिल अंबानी की कंपनियों के सुधरेंगे दिन, 17,600 करोड़ रुपये जुटाने की योजना

मुंबई- अनिल अंबानी के रिलायंस ग्रुप की दो प्रमुख कंपनियों रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड और रिलायंस पावर लिमिटेड लगभग पूरी तरह कर्ज फ्री हो चुकी हैं। वहीं दूसरी ओर समूह ने कारोबार को नई दिशा देने के लिए 17,600 करोड़ रुपये का फंड जुटाने का प्लान बनाया है। अनिल अंबानी ऐसा प्लान बना रहे हैं जो उनके कारोबार को फिर से चमका देगा।

अधिकारियों के मुताबिक अनिल अंबानी अपनी दोनों प्रमुख कंपनियों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए तैयार हैं। पिछले दो हफ्ते में दोनों कंपनियों ने इक्विटी शेयरों के प्रेफरेन्शल इश्यू के माध्यम से 4,500 करोड़ रुपये जुटाने की घोषणा की है। साथ ही फेमस ग्लोबल इंन्वेस्टमेंट फंड वर्डे पार्टनर्स (Varde Partners) से इक्विटी-लिंक्ड लॉन्ग टर्म एफसीसीबी के माध्यम से 7,100 करोड़ रुपये जुटाने की भी घोषणा की है। यह रकम 5 फीसदी की ब्याज पर 10 साल के लिए मिलेगी।

रिलायंस पावर और रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर दोनों में से प्रत्येक का लक्ष्य 3,000 करोड़ रुपये जुटाने का है। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (क्यूआईपी) के माध्यम से अतिरिक्त 6000 करोड़ रुपये जुटाए जाएंगे। इस प्रकार अनिल अंबानी का रिलायंस ग्रुप 17,600 करोड़ रुपये जुटाएगा।

ग्रुप के एक अधिकारी के मुताबिक इक्विटी या इक्विटी से जुड़े लॉन्ग टर्म बॉन्ड के माध्यम से रकम जुटाने की रिलायंस ग्रुप की रणनीति काफी कारगर होगी। इससे ग्रुप की कंपनियों को उनकी विस्तार योजनाओं के लिए जरूरी पैसा मिल सकेगा।

अभी दोनों कंपनियां सिर्फ 70:30 डेट-टू-इक्विटी रेश्यो के अनुपात से 17 हजार करोड़ रुपये जुटाएंगी। इससे ग्रुप की कंपनियों को अगले कुछ साल तक निवेश के लिए 50 हजार करोड़ रुपये तक मिलने की गुंजाइश होगी। यह रकम मिलने के बाद दोनों कंपनियों की नेटवर्थ करीब 25 हजार करोड़ रुपये हो जाएगी।

रिलायंस पावर के शेयर में 11 दिनों से 5 फीसदी का अपर सर्किट लग रहा था। कंपनी ने एक साल में करीब 170 फीसदी रिटर्न दिया है। रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर भी निवेशकों को अच्छा रिटर्न दे रही है। अभी इसके शेयर की कीमत 300 रुपये है। इसने एक साल में करीब 128 फीसदी रिटर्न दिया है।

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