सेबी की जोखिम वाले एसेट क्लास को मंजूरी, एचएनआई लगा सकेंगे पैसे
मुंबई। बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड यानी सेबी ने एक नए एसेट क्लास को मंजूरी दे दी है। यह निवेश का साधन हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल यानी एचएनआई निवेशकों के लिए हैं। इसमें भारी जोखिम के साथ अच्छा रिटर्न होगा। कम से कम 10 लाख रुपये का निवेश करना होगा। यह विनियमित (रेगुलेटेड) उत्पाद होगा। कुल मिलाकर, बोर्ड ने 17 प्रस्तावों को मंजूरी दे दी है।
सेबी ने सोमवार को बोर्ड की बैठक के बाद कहा, नए उत्पाद के तहत जो भी स्कीम आएंगी उनको निवेश रणनीतियों के रूप में संबोधित किया जाएगा। नए उत्पाद का उद्देश्य नए परिसंपत्ति वर्ग के माध्यम से देश के निवेश परिदृश्य में गहराई और विविधता जोड़ना है। यह स्कीम पारंपरिक म्यूचुअल फंड की स्कीमों से पूरी तरह अलग होंगी। सेबी ने इस पर जुलाई में परिचर्चा पत्र जारी किया था। 6 अगस्त तक इस पर सुझाव मांगे गए थे।
इस कदम का उद्देश्य एक नया उत्पाद बनाना है जो म्यूचुअल फंड और पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवाओं (पीएमएस) के बीच हो। इसमें उच्च जोखिम लेने की क्षमता रखने वाले बड़े निवेशक निवेश कर सकते हैं।
नियामक ने म्यूचुअल फंड के तहत एक नए निवेश उत्पाद के नियमों को भी मंजूरी दी। इसने म्यूचुअल फंड की पैसिव रूप से प्रबंधित स्कीमों के लिए उदारीकृत म्यूचुअल फंड लाइट (एमएफ लाइट) ढांचे की शुरुआत की शुरुआत की है। इसके तहत सेबी ने प्रायोजकों के लिए पात्रता मानदंड से संबंधित आवश्यकताओं में ढील दी है। इसमें नेटवर्थ, ट्रैक रिकॉर्ड और लाभप्रदता, ट्रस्टियों की जिम्मेदारी व मंजूरी प्रक्रिया शामिल हैं।
एमएफ लाइट से कारोबार में आसानी को बढ़ावा देना, नई कंपनियों को प्रोत्साहित करना, अनुपालन को कम करना, पैठ बढ़ाना, बाजार में तरलता बढ़ाना, निवेश विविधीकरण की सुविधा और नवाचार को बढ़ावा देना है।