हाउसिंग फाइनेंस की शीर्ष 10 कंपनियों से भी ज्यादा है बजाज हाउसिंग की बाजार पूंजी
मुंबई। आईपीओ लाकर निवेशकों को दो दिन में जबरदस्त मुनाफा देने वाली बजाज हाउसिंग फाइनेंस ने नया रिकॉर्ड बना लिया है। इसका बाजार पूंजीकरण सूचीबद्धता के दूसरे दिन 1.51 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया। बाजार में सूचीबद्ध शीर्ष 10 हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों की पूंजी 1.49 लाख करोड़ रुपये है।
बता दें कि सबसे बड़ी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड थी। इसका एचडीएफसी बैंक में विलय हो गया। इसके बाद से किसी भी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी की पूंजी 50,000 करोड़ रुपये भी नहीं थी। ऐसे में बजाज की लिस्टिंग से पहले ही यह तय था कि यह सबसे बड़ी कंपनी बनेगी।
आंकड़ों के मुताबिक, मंगलवार को बजाज हाउसिंग के बाद एलआईसी हाउसिंग की पूंजी 37,398 करोड़ रुपये थई। उसके बाद पीएनबी हाउसिंग की पूंजी 27,826 करोड़, एप्टस वैल्यू की 16,573 करोड़, आवास फाइनेंसियर्स की 14,419 करोड़, आधार हाउसिंग की 19,972 करोड़ रुपये पूंजी थी।
इसी तरह कैन फिन होम की बाजार पूंजी 11,806 करोड़ रुपये, होम फर्स्ट की 10,285 करोड़ रुपये, इंडिया शेल्टर की 7,819 करोड़ रुपये, रेप्को होम की 3,492 करोड़ रुपये और स्टार हाउसिंग की पूंजी 382 करोड़ रुपये है। इस आधार पर इन सभी की संयुक्त पूंजी 1,49,976 करोड़ रुपये रही है। बजाज हाउसिंग की पूंजी 1,51,239 करोड़ रुपये रही है।
आंकड़ों के मुताबिक, मंगलवार को बजाज हाउसिंग का शेयर 10 फीसदी अपर सर्किट के साथ 181 रुपये के ऊपर बंद हुआ। आईपीओ में 70 रुपये के भाव के आधार पर इसने ढाई गुना से ज्यादा फायदा दिया है। विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले समय में बजाज हाउसिंग के साथ इसकी मूल कंपनियों को भी फायदा होगा।
वैसे बजाज हाउसिंग को आगे अभी और हिस्सेदारी बेचनी होगी। सेबी नियमों के मुताबिक, प्रमोटर के पास अधिकतम 76 फीसदी हिस्सा जनता के पास होना चाहिए। जबकि अभी यह हिस्सा 88.75 फीसदी है। जनता के पास 6.50 फीसदी और विदेशी निवेशकों के पास 6.50 फीसदी हिस्सेदारी है। ऐसे में तब इस शेयर को आज के भाव की तुलना मे ज्याद भाव पर बेचा जा सकता है।
बजाज हाउसिंग फाइनेंस के प्रबंध निदेशक अतुल जैन के बारे में आप अगर जानना चाहें तो 2022 में बजाज हाउसिंग फाइनेंस के एमडी के रूप में नियुक्त होने से पहले उन्होंने चार साल तक सीईओ के रूप में कार्य किया। पिछले दशक में, उन्होंने अपनी मार्गेज शाखा, बजाज हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड की बागडोर संभालने से पहले बजाज फाइनेंस लिमिटेड में प्रमुख पोर्टफोलियो का नेतृत्व किया। 52 वर्षीय अतुल जैन दो दशकों से अधिक समय से बजाज समूह के साथ हैं। अतुल किसी आईआईटी या आईआईएम जैसे प्रतिष्ठित कॉलेज से नहीं हैं, बल्कि उन्होंने पंजाबी यूनिवर्सिटी, पटियाला से फाइनेंस में बिजनेस डिग्री (एमबीए) हासिल की है।
उन्होंने पीएनबी कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड और बाद में प्रूडेंशियल कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड में प्रोजेक्ट एक्जीक्यूटिव के रूप में काम करते हुए निवेश बैंकिंग में अपना करियर शुरू किया। बजाज फाइनेंस में, उन्होंने बजाज फाइनेंस लिमिटेड (बीएफएल) के लिए लखनऊ में एक शाखा प्रबंधक के रूप में अपनी यात्रा शुरू की। बीएफएल में अपने समय के दौरान, अतुल ने मुख्य कलेक्शन अधिकारी (सीसीओ) और एंटरप्राइज रिस्क ऑफिसर सहित कई वरिष्ठ प्रबंधन भूमिकाएँ निभाईं।