अगस्त में विमानों की देरी से 1.80 लाख यात्री हुए प्रभावित

नई दिल्ली। घरेलू विमानन कंपनियों की लेट लतीफी से यात्री परेशान हैं। अगस्त में विमानों की देरी के कारण 1.80 लाख यात्री परेशान हुए। इसके एवज में विमानन कंपनियों ने 2.44 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया।

नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) के मुताबिक, अगस्त में कुल 38,599 फ्लाइट रद्द हुईं। इससे यात्रियों को मुआवजे और सुविधा के लिए कंपनियों को 1.14 करोड़ रुपये खर्च करने पड़े। 728 यात्रियों को यात्रा करने से रोक दिया गया। इन पर 77.96 लाख रुपये खर्च हुए।

आंकड़ों के अनुसार, जनवरी से अगस्त तक कुल 10.55 करोड़ यात्रियों ने यात्रा की। पिछले साल इसी अवधि में यह संख्या 10.06 करोड़ थी। अगस्त में 5.7 फीसदी बढ़कर 1.31 करोड़ हो गई है। अगस्त, 2023 में 1.24 करोड़ लोगों ने यात्रा की थी। इस साल जुलाई में यह संख्या 1.29 करोड़ थी।

देश के विमानन उद्योग में सबसे अधिक 71 फीसदी विमान ही समय पर प्रदर्शन कर पाए हैं। अकासा के विमानों का समय पर प्रदर्शन 71.2 फीसदी, विस्तारा का 68.6 फीसदी रहा है। इंडिगो और एयर इंडिया का प्रदर्शन 66 फीसदी और स्पाइसजेट के केवल 31 फीसदी विमान ही सही समय पर चले हैं।

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