अंबानी की इस कंपनी को खरीद सकते हैं अदाणी, 3,000 करोड़ में होगी डील
मुंबई- अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी पावर लिमिटेड नागपुर स्थित बुटीबोरी थर्मल पावर प्लांट के अधिग्रहण की योजना बना रही है। इस प्लांट की बिजली उत्पादन क्षमता 600 मेगावाट है। यह डील 2400 से 3000 करोड़ रुपये के बीच में हो सकती है। इस डील के पूरे होने के बाद गौतम अडानी पावर सेक्टर में अपनी पकड़ और मजबूत कर लेंगे।
बता दें कि बुटीबोरी थर्मल पावर प्लांट विदर्भ पावर इंडस्ट्रीज का हिस्सा है। विदर्भ पावर इंडस्ट्रीज रिलायंस पावर की सब्सिडियरी कंपनी है। इस खबर के बाद सोमवार को रिलायंस पावर के शेयर में 5 फीसदी की अपर सर्किट लग गया। इस समय शेयर की कीमत 32.79 रुपये है। बता दें कि अनिल अंबानी ने अपनी इस कंपनी का सारा कर्ज चुका दिया है। यह कंपनी कर्ज से मुक्त हो गई है।
अडानी पावर विदर्भ इंडस्ट्रीज पावर लिमिटेड के अंतर्गत इस प्रोजेक्ट का अधिग्रहण करने के लिए सीएफएम एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी (सीएफएम एआरसी) के साथ बातचीत कर रही है। सीएफएम एआरसी ने 1265 करोड़ रुपये में अपने सभी लोन्स का अधिग्रहण किया है। वर्तमान में यह कंपनी इस प्रोजेक्ट के लिए एकमात्र लोन देने वाली कंपनी है।
अधिकारी ने कहा कि शुरू में इस प्रोजेक्ट की मूल्य करीब 6 हजार करोड़ रुपये था। हालांकि बाद में इस प्लांट से उत्पादन बंद हो गया। ऐसे में इस प्लांट का मूल्यांकन कम होना चाहिए। अधिकारी के मुताबिक यह प्लांट अडानी रणनीति के अनुकूल है। इस डील के बारे में अडानी ग्रुप और सीएफएम एआरसी की ओर से कोई भी आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
रिपोर्ट के अनुसार सज्जन जिंदल के नेतृत्व वाली जेएसडब्ल्यू एनर्जी लिमिटेड ने शुरू में इस प्रोजेक्ट में रुचि दिखाई थी। हालांकि बाद में वैल्यूएशन और ऑपरेशनल संबंधी मुद्दों के कारण उसने हाथ पीछे कर लिए। बता दें कि साल 2019 से बुटीबोरी प्रोजेक्ट के लिए वित्तीय परेशानियां पैदा हो गईं। जिन्होंने इसके लिए लोन दिया था, उन्होंने विदर्भ इंडस्ट्रीज के खिलाफ दिवालियापन की कार्यवाही के लिए आवेदन किया है। हालांकि कंपनी अभी तक दिवालिया नहीं हुई है।