रतन टाटा अब चीन और पाकिस्तान को छकाएंगे, लॉन्च करेंगे यह नया विमान

मुंबई-देश के प्रमुख उद्योगपति रतन टाटा अपनी पाकिस्तान और चीन की नाम में दम करने वाले हैं। टाटा संस की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (TASL) अगले दो साल में अपना पहला ग्रोब G 180 (Grob G 180) विमान लॉन्च करने की योजना बना रही है।

यह विमान भारतीय सेना के लिए बनाया जाएगा ताकि भारत के डिफेंस सेक्टर को मजबूती मिल सके। इस विमान की खूबियां ऐसी हैं कि इससे पाकिस्तान और चीन के भी पसीने छूट जाएंगे। यह विमान सामान्य विमान के मुकाबले न केवल ज्यादा ऊंचाई पर उड़ेगा बल्कि कई तरह की आधुनिक तकनीक से लैस होगा।

जानकारी के मुताबिक इस विमान को इलेक्ट्रॉनिक इंटेलिजेंस (ELINT) प्लेटफॉर्म के रूप में इस्तेमाल करने के लिए बनाया जाएगा। ELINT आधुनिक सेना के लिए जरूरी उपकरण है। दो इंजन वाला यह विमान 45 हजार फुट तक की ऊंचाई भरने में सक्षम होगा। यही नहीं, यह बिना रुके 1800 नॉटिकल्स माइल्स (करीब 3334 किमी) तक उड़ान भर सकेगा। यह 6 से 7 घंटे तक हवा में रह सकता है और दुश्मनों की हरकतों पर नजर रख सकता है।

दुश्मन के कम्युनिकेशन को रोकने और उसका विश्लेषण करने के लिए जरूरी सेंसर और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण ले जा सकता है। इसकी क्षमताओं के कारण सेना दुश्मन की गतिविधियों और खुफिया जानकारी रियल समय पर मिल सकती है। इससे मिली जानकारी के अनुसार सेना युद्ध के मैदान पर अपनी रणनीति में जरूरी बदलाव कर सकती है।

यह विमान रनवे के अलावा बजरी या घास के मैदान से भी उड़ान भर सकता है और लैंड कर सकता है। इस कारण इसे इस्तेमाल करना काफी आसान है। TASL के लिए यह प्रोजेक्ट भारत के रक्षा क्षेत्र में ऐसा महत्वपूर्ण मील का पत्थर है जो विदेशी तकनीक पर निर्भरता को कम करता है। साथ ही रक्षा निर्माण में आत्मनिर्भरता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

टाटा ग्रुप ने इस साल आसमान में एक ‘जासूस’ पहुंचाया है। दरअसल, यह एक सैटेलाइट है जिसे टाटा ग्रुप ने सेना के लिए तैयार किया था। यह प्राइवेट सेक्टर में बना भारत का पहला मिलेट्री ग्रेड जियोस्पेटियल सैटेलाइट है। इसकी मदद से पाकिस्तान और चीन समेत कई देशों की हरकतों पर नजर रखी जा सकती है। इसे मिलिट्री ग्रेड के तहत तैयार किया गया है। यह हाई रिजॉल्यूशन वाली तस्वीरें भेजता है। इस सैटेलाइट को इसी साल 7 अप्रैल को एलन मस्क के स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट द्वारा कैनेडी स्पेस सेंटर, फ्लोरिडा (अमेरिका) से लॉन्च किया गया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *