पहली तिमाही में खराब नतीजे के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 3 पर्सेंट टूटा
मुंबई- पहली तिमाही के नतीजे के बाद सोमवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में करीब 3% से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली। दिनभर कारोबार करने के बाद कंपनी का शेयर 3.42% की गिरावट के साथ ₹3,004.00 के स्तर पर बंद हुआ।
दरअसल, वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुनाफे में सालाना आधार पर 5.45% की गिरावट आई है। अप्रैल-जून तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज का मुनाफा 15,138 करोड़ रुपए रहा।
एक साल पहले की इसी तिमाही में कंपनी का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट 16,011 करोड़ रुपए रहा था। हालांकि, कंपनी की आय (रेवेन्यू) सालाना आधार पर 12.04% की बढ़ी है। Q1FY25 में कंपनी की आय 2,36,217 करोड़ रुपए रही। एक साल पहले समान तिमाही में कंपनी ने 2,10,831 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था। कंपनी ने शुक्रवार 19 जुलाई को मार्केट बंद होने के बाद नतीजे जारी किए थे।
पिछले 5 दिन में रिलायंस के शेयर में 6.31% की गिरावट देखने को मिली। हालांकि, पिछले एक महीने में रिलायंस के शेयर ने 4.20% और 6 महीने में 13.05% का पॉजिटिव रिटर्न दिया है। वहीं, इस साल अब तक कंपनी के शेयर में 15.97% की तेजी देखने को मिली।
भारत का नंबर 1 टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर, रिलायंस जियो डेटा उपयोग के मामले में दुनिया का सबसे बड़ा टेलीकॉम ऑपरेटर बन गया है। जून तिमाही में जियो के नेटवर्क पर लगभग 45 एक्साबाइट डेटा की खपत हुई, जो पिछले वर्ष की तुलना में 33% ज्यादा है।
टेलिकॉम कंपनियों के प्रदर्शन को मापने के लिए ऐवरेज रेवेन्यू पर यूजर (ARPU) का इस्तेमाल होता है। लगातार तीसरी तिमाही में जियो का ARPU ₹181.7 पर स्थिर रहा। हालांकि, पिछले महीने की गई 13-25% टैरिफ बढ़ोतरी से आने वाले दिनों में ARPU बढ़ने की संभावना है।
अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी की आय सालाना आधार पर 10.33% बढ़कर 26,478 करोड़ रुपए हो गई। एक साल पहले की समान तिमाही में 24,042 करोड़ रुपए की आय दर्ज की थी। वहीं, पिछली तिमाही (Q4FY24) के मुकाबले नेट प्रॉफिट और रेवेन्यू 2%-2% बढ़ा है।

