बाजार के निवेशक हैं तो डर और लालच से बचिए, जानिए कैसे करें निवेश 

मुंबई- दुनिया भर के निवेशकों के लिए कहावत है कि आप बाजार में निवेश से फायदा कमाना चाहते हैं तो डर और लालच को कभी भी हावी नहीं होने दें। इसका मतलब यह है कि जब एक झुंड बाजार में खरीदारी कर रहा हो तो आपको इनसे अलग रहना चाहिए। यही झुंड जब बाजार में बिकवाली करे तो तब भी आपको इसका पालन नहीं करना चाहिए। इसका मतलब यह होता है कि बाजार में जब भारी गिरावट आती है तो लोग डर के मारे शेयर बेचते हैं और जब बाजार खूब तेजी में होता है तो वे कमाई के लालच में खरीदते हैं। यह हमेशा एक नुकसान वाला सौदा साबित हो सकता है। 

जिन लोगों ने दिसंबर में यह सोचकर बाजार में निवेश नहीं किया कि सेंसेक्स 63 हजार को पार कर गया है और अब यह नीचे जाएगा, तो उनके लिए यह एक जवाब है। सेंसेक्स अब 64 हजार के पार है। शेयर बाजार हमेशा एक लंबे समय में बेहतर रिटर्न दिया है। पिछले साल जून से लेकर अब तक इसने 20 फीसदी का रिटर्न दिया है। तब पहली बार यह 53 हजार के आंकड़े को पार किया था। यानी बाजार की तेजी में भी अगर आप लंबे समय के लिए निवेश करते हैं तो आप घाटे से बच सकते हैं। 

पिछले साल जब नवंबर में सेंसेक्स ने तेजी की रफ्तार पकड़ी थी, तब वैश्विक ब्रोकरेज हाउस मॉर्गन स्टेनली ने कहा था कि तेजी के माहौल में 2023 के अंत तक सेंसेक्स 80 हजार तक जा सकता है। हालांकि, अभी पहली छमाही बीती है और सेंसेक्स ने 64 हजार के शिखर को पार किया है। ऐसे में ब्रोकरेज हाउस के अनुमान के करीब-करीब बाजार रह सकता है। वैसे भी इस साल और अगले साल तक तेजी के आसार हैं। क्योंकि अगले साल में आम चुनाव हैं, इसलिए उसकी उम्मीद में तेजी बनी रह सकती है। 

पिछले साल बाजार से पैसे निकाल रहे विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने इस साल जबरदस्त वापसी की है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में इन्होंने रिकॉर्ड 87 हजार करोड़ रुपये के शेयर खरीदे हैं। तमाम ब्रोकरेज हाउसों का अनुमान है कि दुनियाभर में ब्याज दरें अब स्थिर होने लगी हैं। ऐसे में भारतीय बाजार एफआईआई के लिए एक आकर्षक निवेश का साधन बना है। खासकर तब, जब पिछले साल ब्याज दरें बेतहाशा बढ़ने के बाद भी सेंसेक्स ने एफडी और अन्य साधनों से तीन गुना ज्यादा का फायदा दिया है। 

जीएसटी के मोर्चे पर शानदार तेजी, ऑटो कंपनियों की बेहतर बिक्री और अन्य मोर्चे पर बेहतरी से इस हफ्ते बाजार में तेजी बनी रह सकती है। अप्रैल से जून तिमाही के कंपनियों के वित्तीय परिणाम भी इस हफ्ते से आने शुरू हो जाएंगे। साथ ही वैश्विक स्तर पर खाने पीने जैसी चीजों की कीमतों में भी गिरावट आ रही है। ब्रोकरेज हाउस एंजल वन का कहना है कि अगर वैश्विक बाजारों का समर्थन रहा तो निफ्टी 19,250 से 19,500 के बीच रह सकता है। पिछले हफ्ते निफ्टी और सेंसेक्स 3-3 फीसदी की तेजी के साथ बंद हुए हैं। 

विश्लेषकों का कहना है कि सुरक्षित निवेश के लिए फार्मा, इन्फ्रा, विनिर्माण, कैपिटल गुड्स, एफएमसीजी, आईटी और स्मॉलकैप्स जैसे चुनिंदा शेयरों पर दांव लगा सकते हैं। इस हफ्ते पांच आईपीओ बाजार में आने हैं। इनमें से तीन छोटी कंपनियों (एसएमई) और दो मुख्य प्लेटफॉर्म के हैं। सेनको गोल्ड का निर्गम कल से खुलकर 6 जुलाई को बंद होगा। यह कंपनी 301 से 317 रुपये के भाव पर 405 करोड़ रुपये जुटाएगी। खुदरा निवेशकों के लिए 35 फीसदी शेयर आरक्षित हैं। पीकेएच वेंचर्स का निर्गम मंगलवार को बंद होगा। यह कंपनी 379 करोड़ जुटाएगी। खुदरा निवेशकों के लिए 35 फीसदी हिस्सा है। 

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