46 साल की सेवा के बाद रिटायर दीपक पारेख, एचडीएफसी लि. और एचडीएफसी बैंक एक 

मुंबई- एचडीएफसी लि. का एचडीएफसी बैंक में आज विलय हो जाएगा। अब एचडीएफसी बैंक दुनिया में चौथा सबसे बड़ा बैंक बन जाएगा। इसी के साथ भारतीय बाजार में यह रिलायंस इंडस्ट्रीज के बाद दूसरी सबसे मूल्यवान कंपनी होगी। शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद दोनों कंपनियों की बाजार पूंजीकरण 14.70 लाख करोड़ रुपये हो गई। 46 वर्षों की सेवा के बाद एचडीएफसी लि के चेयरमैन दीपक पारेख का भी शुक्रवार को इस संस्थान में अंतिम दिन था। 

हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉर्प (एचडीएफसी लि) के विलय के बाद एचडीएफसी बैंक बाजार पूंजीकरण के लिहाज से जेपी मॉर्गन, इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल बैंक ऑफ चाइना और बैंक ऑफ अमेरिका के बाद यह चौथे स्थान पर है। एचडीएफसी लि. की शुरुआत 1977 में दीपक पारेख के चाचा एचटी पारेख ने की थी। तब से अब तक इस संस्थान ने करोड़ों लोगों को घर लेने में मदद की है और अब इसने अपना खुद का दूसरा घर एचडीएफसी बैंक के रूप में तलाश लिया है। 

एचडीएफसी लि. के चेयरमैन दीपक पारेख ने शुक्रवार को बोर्ड की आखिरी बैठक में कहा, अब मेरा संन्यास लेने का समय आ गया है। निश्चिंत रहें। हम अब विकास और समृद्धि के एक बहुत ही रोमांचक भविष्य की ओर बढ़ रहे हैं। समूह के स्वामित्व की कमान बैंक के हाथ में आने से एचडीएफसी बैंक और समूह की कंपनियों के बीच तालमेल गहरा होगा। एचडीएफसी बैंक होम लोन ग्राहकों एक बेहतर सेवा देगा जिसमें डिजिटल की भूमिका प्रमुख होगी। 

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