अदाणी समूह अब विदेशों में शुरू करेगा रोड शो, एक मार्च तक चलेगा कार्यक्रम 

मुंबई- हिंडनबर्ग ने आरोप लगाया कि अडानी की कंपनियों के शेयर 80 फीसदी तक महंगे हैं। इस खुलासे के बाद से अडानी समूह के शेयरों के दाम लगातार गिर रहे है। कंपनी का मार्केट वैल्यू 140 अरब डॉलर से अधिक गिर चुका है। समूह के शेयरों के दाम 70 से 80 फीसदी तक गिर चुके हैं।  

गौतम अडानी का नेटवर्थ एक महीने में 127 अरब डॉलर से गिरकर 35 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। बाजार में अडानी के शेयरों में जारी गिरावट को देखते हुए निवेशकों के डर को समझा जा सकता है। वहीं अडानी अब निवेशकों का भरोसा जीतने के लिए आखिरी कोशिश में जुट गई है। अडानी समूह 27 फरवरी से लेकर 1 मार्च तक रोड शो के जरिए निवेशकों का भरोसा जीतने की कोशिश करने जा रही है। 

अडानी समूह 27 फरवरी से विदेशी जमीं पर रोडशो करने जा रही है। 27 फरवरी को सबसे पहले सिंगापुर में रोडशो करेगी। इसके बाद 28 फरवरी और 1 मार्च को हांग कांग में ये रोड शो होने जा रहा है। इस रोड शो में अडानी समूह के दिग्गज हिस्सा लेने वाले हैं। कंपनी की फाइनेंस टीम इस रोड शो के जरिए निवेशकों का भरोसा जीतने की कोशिश करेगी।  

अडानी समूह के चीफ फाइनेंशिएल ऑफिसर जुगेशिंदर सिंह के अलावा कॉरपोरेट फाइनेंस हेड अनुपम मिश्रा शामिल होंगे। समूह की ओर से बार्कलेज पीएलसी बीएनपी पारिबास, डायचे बैंक एजी, एमिरेट्स एनबीडी कैपिटल, आईएनजी ग्रुप एनवी, स्टैंडर्ड चार्टेड बैंक ने निवेशकों को इस रोडशो में शामिल होने के लिए न्यौता भेजा है। 

24 जनवरी को जब हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आई और रिसर्च फर्म से कई चौंकाने वाले खुलासे किए, उसके बाद रेटिंग एजेंसी मूडीज इंवेस्टर सर्विस ने समूह की कई कंपनियों के आउटलुक को घटा दिया था। रेटिंग एजेंसी ने कहा कि अडानी को फंड जुटाने में परेशानी आएगी। कंपनी इस बात को गलत साबित करना चाहती है। इतना ही नहीं अडानी समूह में कई विदेशी निवेशकों का पैसा लगा है।  

समूह को लेकर शॉर्ट सेलर की निगेटिव रिपोर्ट और ग्रुप को लगातार हो रहे नुकसान के कारण इन निवेशकों का भरोसा हिल गया है। इस रोडशो के जरिए अडानी समूह निवेशकों को अपने आर्थिक सेहत के बारे में बताना चाहती है। उन्हें बताना चाहती है कि उनकी आर्थिक स्थिति कैसी है, ताकि उनका भरोसा लौट सके। इसके अलावा अडानी समूह कर्ज चुकाने पर भी फोकस कर रहा है। कंपनियों के विस्तार और अधिग्रहण की योजनाओं को फिलहाल रोककर कर्ज को कम करने और बेस को मजबूत करने पर काम किया जा रहा है।  

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