अदाणी की टलेंगी मुश्किलें, बैंक ऑफ बड़ौदा ने कहा, देते रहेंगे कर्ज 

मुंबई- अडानी ग्रुप के अधिकांश शेयरों में गिरावट का सिलसिला नए हफ्ते में भी जारी रहा। 24 जनवरी को आई हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद से ग्रुप की कंपनियों का मार्केट कैप करीब 132 अरब डॉलर कम हो चुका है। ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी भी अमीरों की लिस्ट में तीसरे से 25वें नंबर पर पहुंच चुके हैं।  

अडानी ग्रुप के शेयरों में आई भारी गिरावट से कई वित्तीय संस्थाओं को भारी नुकसान की आशंका है। लेकिन सरकारी सेक्टर का एक बैंक इस स्थिति में भी अडानी ग्रुप को अतिरिक्त लोन देने पर विचार कर रहा है। देश के सबसे बड़े सरकारी बैंकों में से एक बैंक ऑफ बड़ौदा का कहना है कि अगर अडानी ग्रुप बैंक के अंडरराइटिंग स्टैंडर्ड्स को पूरा करता है तो उसे अतिरिक्त लोन देने में कोई दिक्कत नहीं है। बैंक के सीईओ और एमडी संजीव चड्ढा ने यह बात कही है। 

चड्ढा ने कहा कि वह अडानी ग्रुप के शेयरों में आई गिरावट से कतई चिंतित नहीं हैं। बैंक ग्रुप को अतिरिक्त लोन देने को तैयार है बशर्ते वह बैंक के अंडरराइटिंग स्टैंडर्ड्स को पूरा करे। बैंक अडानी ग्रुप को मुंबई की धारावी झुग्गी वाले प्रोजेक्ट के लिए भी लोन दे सकता है।  

अडानी ग्रुप पर बैंक का कितना लोन है, इस बारे में चड्ढा ने खुलासा करने से इन्कार कर दिया। हालांकि पहले उन्होंने कहा था कि यह आरबीआई के फ्रेमवर्क की सीमा का एक चौथाई है। इसी तरह देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई का अडानी ग्रुप पर करीब 270 अरब रुपये का कर्ज है। 

बैंक ऑफ बड़ौदा का बयान ऐसे समय आया है जब अडानी ग्रुप के शेयरों में हाल में काफी गिरावट आई है। चड्ढा ने कहा कि बैंक धारावी रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट के लिए अडानी ग्रुप को लोन देने पर विचार करेगा। अडानी ग्रुप ने 50.7 अरब रुपये की बोली लगाकर पिछले साल इस प्रोजेक्ट को जीता था। हालांकि चड्ढा उन्होंने साथ ही कहा कि यह लोन तभी दिया जाएगा जब ग्रुप सारी शर्तों और मानकों को पूरा करेगा। इसके लिए अंडरराइटिंग स्टैंडर्ड्स हैं। अच्छे और बुरे, दोनों दौर में इन्हें पूरा करना होता है। 

संजीव ने कहा कि उन्हें अडाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में चल रही वोलैटिलिटी यानी भारी उतार-चढ़ाव की चिंता नहीं है। अगर अडाणी ग्रुप लेंडर्स के अंडर-राइटिंग स्टैंडर्ड्स को पूरा करता है तो बैंक ऑफ बड़ौदा अडाणी ग्रुप को लोन देगा। संजीव चड्ढा का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब अगले महीने अडाणी ग्रुप पर 50 करोड़ डॉलर का ब्रिज लोन चुकाना है। 

चड्ढा ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि ग्रुप के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा का एक्सपोजर RBI के फ्रेमवर्क के तहत परमिटेड राशि का लगभग एक चौथाई है। वहीं संपत्ति के मामले में देश के सबसे बड़े लेंडर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने कहा था कि अडाणी ग्रुप की कंपनियों में उसका लगभग 27.27 हजार करोड़ रुपए का एक्सपोजर है। 

चड्ढा ने कहा कि बैंक ऑफ बड़ौदा धारावी री-डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के लिए अडाणी ग्रुप को लोन देने पर विचार करेगी। ग्रुप ने पिछले साल स्लम को री-मॉडल करने के प्रोजेक्ट के लिए 50.7 अरब रुपए यानी 5,070 करोड़ रुपए की बिड लगाई थी और इसके लिए बैंक लोन बढ़ाने को तैयार है। 

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