बैंक ऑफ महाराष्ट्र की उधारी में लगातार दस तिमाहियों से सबसे अधिक वृद्धि 

मुंबई- सरकारी बैंकों में पिछली दस तिमाहियों से बैंक ऑफ महाराष्ट्र लगातार पहले स्थान पर बना हुआ है। इसकी कर्ज वृद्धि सबसे अधिक रही है। आंकड़े बताते हैं कि दिसंबर तिमाही में इसकी कर्ज में 21.67 फीसदी की बढ़त रही है। जबकि 19.80 फीसदी के साथ यूनियन बैंक दूसरे स्थान पर है। 

आंकड़ों के मुताबिक, देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के कर्ज में 16.91 फीसदी की बढ़त रही है। खुदरा, कृषि और एमएसएमई यानी रैम कर्ज की बात करें तो बैंक ऑफ महाराष्ट्र की इसमें 19.81 फीसदी की वृद्धि रही है जबकि पंजाब एंड सिंध बैंक की वृद्धि 19.07 फीसदी रही है। बैंक ऑफ बड़ौदा की बढ़त 18.85 फीसदी की रही है। 

बैंक ऑफ महाराष्ट्र और एसबीआई का बुरा फंसा कर्ज यानी एनपीए सबसे कम रहा है। बैंक ऑफ महाराष्ट्र का सकल एनपीए 2.94 फीसदी जबकि एसबीआई का 3.14 फीसदी रहा है। शुद्ध एनपीए 0.47 और 0.77 फीसदी रहा है। 

जमा वृद्धि में बैंक ऑफ बड़ौदा 14.50 फीसदी के साथ शीर्ष पर है। यूनियन बैंक के जमा में 13.48 फीसदी की बढ़त रही है। बैंक ऑफ महाराष्ट्र तीसरे क्रम पर है। कारोबार की बढ़त की बात करें तो यूनियन बैंक का कुल व्यवसाय 16.07 फीसदी और बैंक ऑफ महाराष्ट्र का 15.77 फीसदी बढ़ा है। 

बैंक ऑफ बड़ौदा का कारोबार 15.23 फीसदी बढ़ा है और यह तीसरे स्थान पर रहा है। सरकारी बैंकों के मुनाफे में इस दौरान 65 फीसदी की वृद्धि हुई और यह 29,175 करोड़ रुपये रहा। बैंक ऑफ महाराष्ट्र 139 फीसदी की बढ़त के साथ शीर्ष पर रहा है। इसके बाद यूको बैंक के फायदे में 110 फीसदी की बढ़त हुई थी। 

दिसंबर तिमाही में बैंकों की शुद्ध ब्याज आय 25.5 फीसदी बढ़कर 1.78 लाख करोड़ रुपये हो गई है। रिजर्व बैंक ने मई, 2022 से छह बार दरें बढ़ाई है। इस वजह से बैंकों ने भी जमा और कर्ज की ब्याज दरों में इजाफा किया। इससे इनकी ब्याज की मार्जिन में भी बढ़त आई। बैंकों के कर्ज में दिसंबर तिमाही में 18.5 फीसदी की वृद्धि हुई थी। 

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